दंतेवाड़ा: कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए दंतेवाड़ा जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. प्रशासन ने जिले में प्रवेश करने वालों के लिए 7 दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर रहना अनिवार्य कर दिया है. टीकाकरण या कोरोना पर भ्रामक जानकारी फैलाने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव की बैठक ली. बैठक में ग्राम पंचायतों में कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम प्रयासों की समीक्षा की. क्वॉरेंटाइन सेंटरों की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी लेने के बाद उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए.
20 ग्राम पंचायतों का शत प्रतिशत टीकाकरण
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण या टेस्टिंग पर यदि कोई व्यक्ति भ्रामक जानकारी देगा तो उसपर एफआईआर दर्ज की जाएगी. लिहाजा कोरोना को हराने जिला प्रशासन का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों तक ग्रामीणों के साथ सचिव या कोई जिम्मेदार व्यक्ति अवश्य आएं, जिससे ग्रामीणों को किसी मुश्किलों का सामना न करना पड़े. कलेक्टर सोनी ने कहा कि 20 ग्राम पंचायतों में शत प्रतिशत टीकाकरण हो गया है. अन्य ग्राम पंचायतों को शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत टीकाकरण करवाने वाले ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों से पुरस्कृत किया जाएगा.
दूसरे राज्यों से दुर्ग आने वाले सभी लोगों के लिए कोरोना जांच अनिवार्य
मदद के लिए 07856252412 और 9302706669 पर करें कॉल
कलेक्टर ने किसी भी प्रकार की जानकारी या सुविधा के लिए कोरोना कंट्रोल रूम के नंबर- 07856252412 या 9302706669 पर कॉल करने की बात कही. उन्होंने लोगों से मास्क पहनने, फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने, हाथ को बार बार साबुन धोने की अपील की. कलेक्टर ने अपने ग्राम पंचायतों की अपने स्तर पर लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने और लॉकडाउन लगाने और उसका पालन कराने की स्वतंत्रता दी.