दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी छविन्द्र कर्मा और बीजेपी प्रत्याशी चैतराम अटामी के बीच मुकाबला है. बीजेपी प्रत्याशी चैतराम अटामी को यहां से जीत मिली है.
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट को जानिए: दंतेवाड़ा विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. यहां अक्सर नक्सली उत्पात मचाते रहते हैं. इस क्षेत्र में नक्सलियों के खौफ के कारण कई गांव पहुंच वीहिन है. कई क्षेत्रों में नक्सलियों के भय से नेता पहुंच भी नहीं पाते हैं. यही कारण है कि अंदरूनी क्षेत्रों में लोग विकास की राह सालों से तक रहे हैं.
अगर इस सीट के इतिहास पर गौर करें तो ये सीट शुरू से ही अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. साल 2003 में बस्तर टाइगर के नाम से जाने जाने वाले महेंद्र कर्मा ने जीत हासिल की थी. 2008 विधानसभा चुनाव बीजेपी के भीमा मंडावी ने यहां से जीत हासिल की.
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को फिर इस सीट से जीत हासिल हुई. देवती महेंद्र कर्मा ने भाजपा के भीमा मंडावी को हराया था. कांग्रेस प्रत्याशी देवती महेंद्र कर्मा को 41 हजार 188 वोट मिले थे. वहीं, बीजेपी के भीमा मंडावी को 35 हजार 307 वोट मिले थे.
साल 2018 में कांग्रेसी प्रत्याशी देवती महेंद्र कर्मा को हराकर भाजपा प्रत्याशी भीमा मंडावी ने जीत हासिल की. लेकिन एक साल के भीतर ही नक्सली हमले में भीमा मंडावी की मौत हो गई. इस घटना के बाद हुए उपचुनाव में एक बार फिर देवती कर्मा को जीत मिली. बता दें कि छविन्द्र कर्मा देवती कर्मा के बेटे हैं.
एक नजर 2018 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर पर: साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से भीमा मंडावी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी के भीमा मंडावी को 37444 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के देवती कर्मा को 35673 वोट मिले थे. वहीं, भीमा मंडावी की मौत के बाद हुए उपचुनाव में देवती कर्मा को जीत हासिल हुए.