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सलवा जुड़ूम में सरकार की संलिप्तता ठीक नहीं थी: नंद कुमार साय - नंद कुमार साय

बस्तर में 2005 में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए सलवा जुड़ूम अभियान पर नंदकुमार साय ने बड़ा बयान दिया है.

नंदकुमार साय
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Published : Nov 4, 2019, 3:35 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 8:32 PM IST

दंतेवाड़ा: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय ने सलवा जुड़ूम को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, 'जिस रूप में सलवा जुड़ूम चला, उस रूप में हम उसके पक्षधर नहीं थे. हम सलवा जुड़ूम में जिस तरह से सरकार की संलिप्तता थी, उससे नुकसान हुआ'.

सलवा जुड़ूम में सरकार की संलिप्तता ठीक नहीं थी: नंद कुमार साय

नंदकुमार साय ने कहा कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए जनजाति को विश्वास में लेना जरूरी है. साय ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने के लिए उस वर्ग को अपने साथ लाना होगा. विश्वास में लाना होगा, उनकी तकलीफों के बारे में जानना होगा तभी कुछ हो पाएगा, तभी ये समस्या अनंतकाल तक नहीं चलेगी.

नंदकुमार साय ने कहा कि आदिवासी भगवान के सबसे ज्यादा करीब हैं. साय ने कार्यक्रम के दौरान गांववालों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों से निराकरण के लिए कहा.

दंतेवाड़ा: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय ने सलवा जुड़ूम को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, 'जिस रूप में सलवा जुड़ूम चला, उस रूप में हम उसके पक्षधर नहीं थे. हम सलवा जुड़ूम में जिस तरह से सरकार की संलिप्तता थी, उससे नुकसान हुआ'.

सलवा जुड़ूम में सरकार की संलिप्तता ठीक नहीं थी: नंद कुमार साय

नंदकुमार साय ने कहा कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए जनजाति को विश्वास में लेना जरूरी है. साय ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने के लिए उस वर्ग को अपने साथ लाना होगा. विश्वास में लाना होगा, उनकी तकलीफों के बारे में जानना होगा तभी कुछ हो पाएगा, तभी ये समस्या अनंतकाल तक नहीं चलेगी.

नंदकुमार साय ने कहा कि आदिवासी भगवान के सबसे ज्यादा करीब हैं. साय ने कार्यक्रम के दौरान गांववालों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों से निराकरण के लिए कहा.

Intro:सलवा जुडूम में सरकार का इन्वोल्वेशन गलत था,नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए जनजाति को विश्वास में लेना जरूरी: साय
- आदिवासी प्रकृति का उपासक, भगवान की व्याख्या कर बताया
- नंदराज पर्वत मामले का परीक्षण नही किया, 8 को बैठक में अधिकारियों से पूंछेंगे
- सरपंच ने रखी टेकनार में शराब की बोतल की समस्या,कहा खराब हो रहे खेत,अधिकारी सुनते नहीं
दंतेवाड़ा। टेकनार पंचायत स्थित दन्तेश्वरी गौ संवर्धन एवं शोध केंद्र अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार से आदिवासियों से रूबरू हुए। उन्होंने खुलकर ग्रामीणों से नक्सलवाद पर चर्चा की। साथ ही केंद्रीय योजनाओं के मिलने के बारे में भी पूछा। इस बीच ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं भी बताई। टेकनार पंचायत की मुख्य समस्या सरकारी शराब की दुकान है। महिला सरपंच कोया बाई ने कहा कि शराब दुकान के चलते किसानों के खेत खराब ही रहे है। पंचयात ने प्रस्ताव पारित कर भी सौंपा,लेकिन अधिकारी इस समस्या से निजात नही दिलाते। इस पर उन्होंने तत्काल कलक्टर से कहा। कलक्टर ने जबाब दिया कि शासन को पत्र लिख दिया है।
Body:सलवाजुड़ुम में सरकार का इन्वोल्वेशन गलत था
नंद कुमार साय ने नक्सलवाद के सवाल पर दो टूक कहा की सरकार का इन्वोल्वेशन सलवाजुड़ुम में गलत था। जनजाति को भरोसे में लेना था। ये समस्या अनंतकाल तक नही चलेगी। भरोसे में लेने से निराकरण हो जाएगा। इधर आदिवासी हिन्दू नही होने पर उन्होंने कहा सुना तो ये हवा चल रही है। उन्होंने कहा भगवान के करीब सबसे ज्यादा करीब आदिवासी है। भा- से भूमि ग -से गाय व- से वायु अ- से अग्नि और न नीर। इसी के इर्द गिर्द आज भी जनजाति है। इससे साफ है कि हिंदू है कि नहीं।Conclusion:Byt nand kumar say
Last Updated : Nov 4, 2019, 8:32 PM IST
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