दंतेवाड़ा: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय ने सलवा जुड़ूम को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, 'जिस रूप में सलवा जुड़ूम चला, उस रूप में हम उसके पक्षधर नहीं थे. हम सलवा जुड़ूम में जिस तरह से सरकार की संलिप्तता थी, उससे नुकसान हुआ'.
नंदकुमार साय ने कहा कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए जनजाति को विश्वास में लेना जरूरी है. साय ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने के लिए उस वर्ग को अपने साथ लाना होगा. विश्वास में लाना होगा, उनकी तकलीफों के बारे में जानना होगा तभी कुछ हो पाएगा, तभी ये समस्या अनंतकाल तक नहीं चलेगी.
नंदकुमार साय ने कहा कि आदिवासी भगवान के सबसे ज्यादा करीब हैं. साय ने कार्यक्रम के दौरान गांववालों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों से निराकरण के लिए कहा.