दंतेवाड़ा: बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा में शनिवार को गंभीर मामलों में संलिप्त 1 लाख रुपये का इनामी नक्सली समेत तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा संचालित लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर कटेकल्याण, मिरतुर और अरनपुर इलाके में सक्रिय तीन नक्सलियों ने नक्सली विचारधारा को छोड़ने का फैसला लिया है.
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि सभी नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लेते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली मुया पोड़ियामी बीते 9 साल से नक्सली संघठन से जुड़कर नक्सलियों के लिए काम कर रहा था. मुया पोड़ियामी पर एक लाख रुपये का इनाम भी है.
गंगाराम 2 साल से नक्सलियों की मदद कर रहा था
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली मुया पोड़ियामी पर हत्या जैसी जघन्य अपराधों में शामिल होने का आरोप है. आत्मसमर्पण करने वाले दूसरे नक्सली गंगाराम पोयाम के बारे में एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि गंगाराम 2 साल से नक्सलियों की मदद कर रहा था. गंगाराम सुरक्षाबल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए बम लगाने और आसपास के क्षेत्रों में नक्सलियों के हित में बैनर-पोस्टर लगाने का काम करता था. इसके साथ ही तीसरा नक्सली देवा मंडावी बीते 3 साल से नक्सलियों की मदद कर रहा है. देवा नक्सलियों के मोबाइल रिचार्ज कराने के साथ उनके अन्य कामों में सहयोग करता था. दंतेवाड़ा पुलिस के अभियान 'लोन वर्राटू' से प्रभावित होकर तीनों नक्सलियों ने दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव और पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करते हुए समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लिया है.