दंतेवाड़ा : कोरोना संक्रमण के इस दौर में जहां अनेक लोग भ्रांतियों और अफवाहों की वजह से टीकाकरण से बच रहे हैं. वहीं दंतेवाड़ा जिले के 116 ग्राम पंचायतों ने मिसाल कायम किया है. 116 ग्राम पंचायतें हैं, जहां 45 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों ने पहला टीका लगवा लिया है. इन पंचायतों में जिले के पहुंच विहीन और नक्सल प्रभावित ग्राम पंचायतें भी हैं.
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इन ग्राम पंचायत में लगा चुका टीका
हितामेंटा 250, हिड़पाल 220, भाटपाल 304, कोरलापाल 278, पाहुरनार 287, चेरपाल 210, उपेट 224, मुस्तलनार में 213 लोगों को टीका लगा है. इसके अलावा बोदली 273, चिकपाल 141, एड़पाल 171, बेंगलूर 143, मारजूम 156, गाटम 158, परचेली में 356 लोगों ने टीका लगवाया है. तो वहीं जंगमपाल में 184, गढ़मिरी 549, रेवाली 200, बुरगुम 236, अरबे 100, रेंगानार 96, पोटाली 347, अरनपुर 240, फुलपाड़ 391, नहाड़ी 329, खुटेपाल 100, जबेली 217, तनेली 116, पकनाचुआ 153 और श्यामगिरी 174 लोगों ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई है
मोबाइल टीम के सहारे टीकाकरण
इन जगहों पर पहुंचने के लिए टीकाकरण टीम को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. पहाड़ और नदी पार कर मोबाइल टीम के सहारे यहां टीकाकरण किया गया. ग्राम पंचायतों के लोगों ने खुद आगे आकर टीकाकरण कराया, जो 45 साल से अधिक उम्र के हैं वे ना केवल टीका लगवा लिए हैं, बल्कि दूसरे डोज के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं.
टीकाकरण का दे रहे संदेश
इन पंचायतों में जहां प्रशासनिक पहल और जनप्रतिनिधियों की समझाइस असर कर गई और अब ये शत-प्रतिशत टीका लगवा चुके हैं. कलेक्टर दीपक सोनी ने हल्बी और गोंडी साथ ही हिन्दी में सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना टीकाकरण का संदेश भी दिया. कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि टीकाकरण में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे, तो जल्द ही पूरे जिले में टीकाकरण हो जायेगा और कोरोना महामारी के प्रकोप से बचना संभव हो पाएगा.
लोंगो में अब इतनी जागरूकता आ गई है कि दूसरे डोज की बारी आने पर टीका लगाने का पूरे उत्साह से इंतजार कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने पात्र नागरिकों को टीकाकरण केन्द्र तक ले जाने के लिए जहां वाहन की व्यवस्था की गई है वहीं साथ ही भोजन की व्यवस्था भी की गई.