बिलासपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे प्रदेश को लॉक डाउन किया गया है. परिवहन पर रोक के कारण झारखंड के मजदूर बिलासपुर रेलवे स्टेशन में फंस गए थे. जिला प्रशासन ने सभी को सुरक्षित रवाना किया है.
प्रदेश में परिवहन को रोक दिया गया है. लिहाजा केरल से झारखंड जाने के लिए निकले मजदूर सोमवार रात बिलासपुर स्टेशन पर पहुंचे थे और यहां फंस गए थे. बता दें कि आगे जाने के लिए लॉकडाउन के कारण कोई ट्रेन या बस नहीं था.
CM बघेल ने दिए निर्देश
मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को मिलते ही CM भूपेश बघेल ने जिला प्रशासन को फंसे हुए लोगों के भोजन और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे. साथ ही सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था करने की बात कही थी.
दरअसल एर्नाकुलम-बिलासपुर एक्सप्रेस से केरल में मजदूरी करने वाले 237 मजदूर बिलासपुर स्टेशन पर सोमवार की रात पहुंचे. आगे जाने के लिए उनकी कोई व्यवस्था नहीं थी. सोशल मीडिया के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ध्यान में यह बात लाई गई थी. जिसके बाद उन्होंने तत्काल जिला प्रशासन को इस सम्बन्ध में निर्देश दिए थे.
रवाना किए गए मजदूर
यात्रियों से प्रशासन के अधिकारियों ने सम्पर्क किया. स्टेशन पर ही उनके भोजन और रुकने की व्यवस्था की गई और आवश्यकता अनुसार चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई. मंगलवार को झारखंड के यात्रियों को सकुशल बसों में बिठाकर छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिला बलरामपुर भेजा गया. यहां से झारखंड प्रशासन के अधिकारी उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगे.
यात्रियों ने इस व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जाताते हुए धन्यवाद दिया. झारखंड के मजदूरों के चेहरे पर बस पर बैठते ही संतोष का भाव था कि वे अब अपने घर तक सकुशल पहुंच जाएंगे. उन्होंने बताया कि उनके घर वाले बहुत परेशान हैं. कई लोगों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बता दें कि ट्रेन से बिलासपुर पहुंचे केरल से ही आए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार के यात्रियों को भी उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की है. अभी उन्हें रैन बसेरों में ठहराया गया है.