बिलासपुर: पुलिस विभाग में पदस्थ एक आरक्षक की पत्नी ने खुद को अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित बताकर कई पुलिस जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को ठगी का शिकार बनाया है. ठगी को इतने बेहतरीन ढ़ग से अंजाम दिया गया कि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. फिलहाल सच सामने आने के बाद दो पीड़ितों ने इसकी शिकायत पुलिस से की है.
बीमारियों के नाम पर ठगी का अनोखा खेल
पुलिस ने मामले में महिला के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. मामला सिविल लाइन इलाके का है. आरोपी महिला ने दर्जनों लोगों से 50 लाख से अधिक की अवैध वसूली की है. अब पुलिस इसकी जांच में जुट गई है. सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस लाइन में रहने वाला आरक्षक विकास श्रीवास वर्तमान में सरकंडा थाने में पदस्थ है. विकास श्रीवास की पत्नी पुष्पा सिंह श्रीवास ने महिला आरक्षक अंबे सिंह को बताया कि उसे टीबी हो गया है. इलाज के लिए बहुत पैसे लगने हैं. अकेली अम्बे सिंह ने थोड़ा-थोड़ा कर 10 लाख रुपए से भी अधिक राशि आरोपी महिला को दिए हैं.
15 सालों से हॉस्पिटलिटी सेक्टर में अपना लोहा मनवा रहीं हैं नाजिमा खान
बाद में पता चला बिमारी थी ही नहीं
बता दें अंबे सिंह ने अपने गहने बेचकर पैसे दिए. जबकि पुष्पा को कोई बीमारी नहीं थी. इसके अलावा तोरवा थाने में पदस्थ आरक्षक अश्विनी पटेल के ससुर को भी महिला ने झांसा दिया. उसने बताया कि उसे बच्चा नहीं हो रहा है और उसे टेस्ट ट्यूब बेबी चाहिए. इसके लिए कुछ पैसे लगेंगे. फिर सुखनंदन पटेल ने भी उसे करीब 10 लाख रुपए दिए.
Women's Day: बस्तर की आयरन लेडी करमजीत कौर ने बचाई कई महिलाओं की जिंदगी
घर की बाई से भी लिए पैसे
जालसाज महिला ने अपने घर में काम करने वाली बाई से भी बीमारी का बहाना बनाकर 20 हजार रुपये उधार ले लिए है. ऐसी कई शिकायतोंं के बाद सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है.