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बिलासपुर: नगर पालिका ने नहीं किया कोई इंतजाम, नाली किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं व्यापारी

बिलासपुर के तखतपुर में सब्जी विक्रेता नाली किनारे सब्जी बेचने को मजबूर हैं.

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Published : Apr 27, 2019, 7:45 PM IST

Updated : Apr 27, 2019, 8:03 PM IST

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बिलासपुर: तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में हर दिन लगने वाले बाजार के लिए प्रशासन की ओर से जगह का चयन नहीं किया गया है. इसकी वजह से सब्जी व्यापारी सड़क किनारे नालियों के आसपास सब्जी बेचने को मजबूर हैं.

नाली किनारे सब्जी बेच रहे दुकानदार


घरों के सामने सब्जी बेचने को मजबूर विक्रेता
इसके साथ ही सब्जी व्यापारी रिहायशी इलाकों में घरों के सामने सब्जी बेच रहे हैं. बता दें कि, तखतपुर बाजार सब्जी व्यापार के लिए आसपास के क्षेत्रों में सबसे बड़ा है. यहां प्रतिदिन सैकड़ों व्यापारी सब्जी बेचकर जीवन यापन कर रहे हैं.


नाली के किनारे बेचते हैं सब्जी
लोगों को ताजा सब्जी बेचने वाले व्यापारी के लिए खुली नाली से निकलने वाली जहरीली गैस, बदबू को हर रोज झेलना मजबूरी बन गई है. पालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष ईश्वर देवांगन ने सीएमओ पर आरोप लगाकर कहा कि 'सब्जी मंडी की नीलामी होनी थी लेकिन लेकिन इस मामले में कोर्ट ने स्टे लगा दिया.


हॉकर्स कॉर्नर पर लगी रोक
ईश्वर ने बताया कि 'सब्जी मंडी के हॉकर्स कॉर्नर पर रोक लगने की वजह से नगर पालिका इसकी नीलामी नहीं कर सकता'. उन्होने बताया कि 'मंडी चौक से नगर पालिका परिषद सड़क की जमीन पर स्टे लगा है. उन्होने कहा कि 'नगर के अफसर उस मामलों पर कार्रवाई नहीं करते जहां फायदा नहीं मिलता'.


ठेकेदार हर रोज लेता है टैक्स
सब्जी व्यापारी ने बताया कि, 'पिछले 15 साल से वे खुली नाली और बदबूदार वातावरण के बीच अपनी दुकान लगाते हैं और इसी से मिलने वाली आमदनी से उनके परिवार का भरण पोषण होता है. बाजार लगाने के लिए हर दिन 10 रुपये ठेकेदार को देना पड़ता है. लेकिन अभी तक नगर पालिका की ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाए गए हैं'.


दिव्यांगों के लिए नहीं है कोई सुविधा
एक ओर सरकार और प्रशासन दिव्यांगों और दिव्यांग दंपति के लिए सभी क्षेत्रों में बेहतर सुविधा देने दावा कर रहा है, वहीं तखतपुर नगर पालिका परिषद इलाके में रहने वाले दिव्यांग दंपति परिवार पालने के लिए पिछले 5 साल से इस सब्जी की फुटकर दुकान चलाने को मजबूर हैं.


सीएमओ ने नहीं रिसीव किया कॉल
दिव्यांग सब्जी विक्रेता ने बताया कि ‘दिव्यांग होने के बावजूद नगर निगम ने उनके लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की, जिससे उन्हें व्यापार करने में सहूलियत हो’. ईटीवी भारत की टीम ने मामले को लेकर नगर पालिका सीएमओ से फोन के जरिए संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कॉल रिसीव नहीं होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

बिलासपुर: तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में हर दिन लगने वाले बाजार के लिए प्रशासन की ओर से जगह का चयन नहीं किया गया है. इसकी वजह से सब्जी व्यापारी सड़क किनारे नालियों के आसपास सब्जी बेचने को मजबूर हैं.

नाली किनारे सब्जी बेच रहे दुकानदार


घरों के सामने सब्जी बेचने को मजबूर विक्रेता
इसके साथ ही सब्जी व्यापारी रिहायशी इलाकों में घरों के सामने सब्जी बेच रहे हैं. बता दें कि, तखतपुर बाजार सब्जी व्यापार के लिए आसपास के क्षेत्रों में सबसे बड़ा है. यहां प्रतिदिन सैकड़ों व्यापारी सब्जी बेचकर जीवन यापन कर रहे हैं.


नाली के किनारे बेचते हैं सब्जी
लोगों को ताजा सब्जी बेचने वाले व्यापारी के लिए खुली नाली से निकलने वाली जहरीली गैस, बदबू को हर रोज झेलना मजबूरी बन गई है. पालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष ईश्वर देवांगन ने सीएमओ पर आरोप लगाकर कहा कि 'सब्जी मंडी की नीलामी होनी थी लेकिन लेकिन इस मामले में कोर्ट ने स्टे लगा दिया.


हॉकर्स कॉर्नर पर लगी रोक
ईश्वर ने बताया कि 'सब्जी मंडी के हॉकर्स कॉर्नर पर रोक लगने की वजह से नगर पालिका इसकी नीलामी नहीं कर सकता'. उन्होने बताया कि 'मंडी चौक से नगर पालिका परिषद सड़क की जमीन पर स्टे लगा है. उन्होने कहा कि 'नगर के अफसर उस मामलों पर कार्रवाई नहीं करते जहां फायदा नहीं मिलता'.


ठेकेदार हर रोज लेता है टैक्स
सब्जी व्यापारी ने बताया कि, 'पिछले 15 साल से वे खुली नाली और बदबूदार वातावरण के बीच अपनी दुकान लगाते हैं और इसी से मिलने वाली आमदनी से उनके परिवार का भरण पोषण होता है. बाजार लगाने के लिए हर दिन 10 रुपये ठेकेदार को देना पड़ता है. लेकिन अभी तक नगर पालिका की ओर से कोई उचित कदम नहीं उठाए गए हैं'.


दिव्यांगों के लिए नहीं है कोई सुविधा
एक ओर सरकार और प्रशासन दिव्यांगों और दिव्यांग दंपति के लिए सभी क्षेत्रों में बेहतर सुविधा देने दावा कर रहा है, वहीं तखतपुर नगर पालिका परिषद इलाके में रहने वाले दिव्यांग दंपति परिवार पालने के लिए पिछले 5 साल से इस सब्जी की फुटकर दुकान चलाने को मजबूर हैं.


सीएमओ ने नहीं रिसीव किया कॉल
दिव्यांग सब्जी विक्रेता ने बताया कि ‘दिव्यांग होने के बावजूद नगर निगम ने उनके लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की, जिससे उन्हें व्यापार करने में सहूलियत हो’. ईटीवी भारत की टीम ने मामले को लेकर नगर पालिका सीएमओ से फोन के जरिए संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कॉल रिसीव नहीं होने की वजह से उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

Intro:Body:तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में प्रतिदिन लगने वाले बाजार का व्यवस्था नहीं किया गया है। प्रतिदिन सब्जी व्यापारी को खुली नालियों के आसपास ,सड़क किनारे सब्जी बेचने मजबूर है। घरों के सामने, दरवाजे पर सब्जी बेचने मजबूर है, आपको बता दे कि तखतपुर बाजार सब्जी व्यापार के लिए आसपास के क्षेत्रों में सबसे बड़ा है, यहाँ प्रतिदिन सैकड़ों सब्जी व्यापारी जीवन यापन कर रहे है । परिवार का पालन पोषण के लिए गंदगी बदबूदार खुले नाले के किनारे फसल बेचने मजबूर है। लोगों को ताज़ा सब्जी बेचने वाले व्यापारी को खुली नाले से निकलने वाली जहरीली गैस सुगंध झेलना मजबूरी बना हुआ है। नगर के आला अधिकारी कर्मचारियों नेताओ के सामने बात है परन्तु अब तक कार्रवाई नहीं किया गया है।
इस विषय में नगर पालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष ईश्वर देवांगन से चर्चा पर बात सामने आया उन्होने अध्यक्ष एवं सीएम ओ पर आरोप लगाकर कहा सब्जी मण्डी का नीलामी होना था परन्तु इस प्रकरण का कोर्ट में स्टे लगा है बताकर बने हुए सब्जी मण्डी चाल को अब तक रोक कर रखा गया है। उसकी नीलामी नहीं किया गया है। उन्होने बताया मण्डी चौक से नगर पालिका परिषद सड़क भूमी पर स्टे लगा है, बनी हुई चाल नगर पालिका परिषद क्षेत्र में है। उन्होने यह भी कहा कि नगर अधिकारी बिना लाभ के कार्यों पर कार्रवाई नहीं करते है ।
हरी सब्जियां बाजार एवं मछली पसरा के लिए नहीं कोई व्यवस्था - सब्जी व्यापारी खुले बदबूदार गंदे वातावरण में व्यापार करने मजबूर है प्रतिदिन ताजा सब्जी बेचने वाले व्यापारी से बात करने पर बताया 15 वर्ष से खुले नाली बदबूदार गंदे वातावरण में सब्जी दुकान चलाते है। इसी से 12 परिवार सदस्य का भरण पोषण होता है। बाजार लगाने के लिए 10 रु प्रतिदिन ठेकेदार को दिया जाता रहा है परन्तु अब तक उन्हें नगर पालिका से किसी प्रकार का उचित व्यवस्था नहीं किया गया है। अव्यवस्थित परिस्थिति में लोगों को स्थानीय सब्जी विक्रेता ताजा सब्जी परोसते है। ऐसे में सुव्यवस्थित बाजार हाट योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। पानी की क़िल्लत के बीच सुबह से शाम तक सब्जी दुकान चलाते है। कड़ी धूप में बिना छत परिवार के साथ व्यापार करने मजबूर गरीब परिवार की फ़रियाद कौन सुने??
दिव्यांग दंपति विशेषाधिकार का लाभ नहीं - एक ओर सरकार प्रशासन दिव्यांगों ,दिव्यांग दम्पति के लिए सभी क्षेत्रों में बेहतर सुविधा देने दावा करते है वहीं तखतपुर नगर पालिका परिषद क्षेत्र में 5 परिवार सदस्य के पालन पोषण के लिए पति पत्नी दिव्यांग होकर पिछले 5साल से इस गंदे वातावरण में सब्जी फुटकर दुकान चलाने मजबूर है। उन्होने बताया दिव्यांग होने के बावजूद पति पत्नी दोनों को नगर पालिका द्वारा व्यापार करने कोई विशेष व्यवस्था नहीं दिया गया है। तो वही 12 सदस्य परिवार का पालन पोषण के लिए स्वयं को गंदगी बदबूदार माहौल में झोंक कर जीवन यापन करने वाले सब्जी विक्रेता ने अपना हाल बताया।
विशेष सूत्रों की माने तो यह बात कुछ और है दर असल सब्जी मण्डी परिसर क्षेत्र छोटा है और यहाँ सब्जी व्यापारी की संख्या सैकड़ों पार है जिससे उन्हें ज्यादा बाजार से उगाही मिलता है और सब्जी मण्डी छोटे स्थान पर लगभग 50 - 60 व्यापारी की ही व्यवस्था है। इस कारण व्यवस्था का पैंच फंसा है। राजनीति समीकरण में बेचारे गरीब रोजी रोटी के लिए स्वास्थ्य को दाँव में लगाकर व्यापार करने मजबूर है। प्रतिदिन ताज़ा सब्जी बेचने वाले स्वयं गंदगी बदबूदार खुले नाली, सड़क किनारे धूल मिट्टी में दुकान लगाने मजबूर है।
इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए सीएमओ से सम्पर्क करने की कोशिश की गयी परन्तु उनके द्वारा काल रिसिव ही नहीं किया और ना ही किसी प्रकार का रिप्लाई दिया गया।
सब्जी विक्रेता का बाइट -
रिपोर्ट नरेन्द्र ध्रुव तखतपुर बिलासपुर छत्तीसगढ़Conclusion:
Last Updated : Apr 27, 2019, 8:03 PM IST
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