बिलासपुर: बिलासपुर में मंगलवार को वीर बाल दिवस मनाया गया. शहर के गोंडपारा स्थित सेंट्रल गुरुद्वारा में विशेष अरदास और भजन कीर्तन किया गया. जिसके बाद सिखों के अंतिम गुरु गोविंद सिंह जी के चारों पुत्रों के अनुकरणीय साहस की कहानी पर बनी फिल्म प्रदर्शित की गई. बिलासपुर के लखीराम ऑडिटोरियम में सिख समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं ने फिल्म देखकर गुरु गोविंद सिंह जी और उनके चारों पुत्रों के साहस की कहानी देखी. इस फिल्म में उनके साहसिक कार्यों की भी प्रस्तुति की गई.
डिप्टी सीएम अरुण साव कार्यक्रम में रहे मौजूद: इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव शामिल हुए. उन्होंने सिख समाज के बलिदान को याद करते हुए कहा, "सिख समाज की उत्पत्ति से लेकर आज तक यह समाज देश की रक्षा करता आ रहा है. सिख समाज मुगलों से लोहा लेता रहा और विदेशी आक्रमण को रोकता रहा. आज भी सिख समाज के युवा देश की रक्षा के लिए सेना में भर्ती होकर बॉर्डर पर देश की रक्षा कर रहे हैं."
"देश की रक्षा करना सिख समाज का मुख्य उद्देश्य है और इस उद्देश्य को लेकर सिख समाज देश के लिए बलिदान हो जाता है. सिख समाज के गुरुओं ने जो बलिदान दिया है, वह देशवासियों को हमेशा याद रहेगा. उनके बलिदान को देश कभी भी भूल नहीं पाएगा. आज सिख समाज के युवा बड़ी संख्या में सेना में है और वह अपने समाज के उद्देश्य को पूरा कर रहे हैं." - अरुण साव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
पीएम मोदी ने की वीर बाल दिवस की घोषणा: सिखों के अंतिम गुरु गुरुगोविंद सिंह की जयंती को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. देश आज मुगलों से लड़ाई में वीरगति प्राप्त गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों और उनके सहयोगी साहिबजादों के बलिदान को याद कर वीर बाल दिवस मना रहा है.