बिलासपुर: सोमवार को बिलासपुर में जिला स्तरीय कांग्रेस सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव और छत्तीसगढ़ के सह प्रभारी विजय जांगिड़ शामिल हुए. सम्मेलन में जिलेभर के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
सम्मेलन में हुआ जमकर बवाल: कार्यक्रम के शुरुआती दौर में जिला और शहर अध्यक्ष के बाद वरिष्ठ सदस्यों को बोलने का मौका दिया गया. तभी उपाध्यक्ष राकेश शर्मा ने बैठने के लिए कुर्सी नहीं दिए जाने के साथ ही दूसरे कार्यक्रमों में उपेक्षा करने का आरोप लगाया और हंगामा कर दिया. इस दौरान कांग्रेस भवन में माहौल गर्म हो गया. जब कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ऊंची आवाज में उपेक्षा का आरोप लगाया, तब बैठक ले रहे राष्ट्रीय संगठन संयुक्त सचिव विजय जांगिड़ के सामने संगठन मे वरिष्ठता का मुद्दा उठाया, इस पर जांगिड़ ने राकेश शर्मा को अनुशासन में रहने की हिदायत दी.
उपाध्यक्ष को अनुशासन में रहने की चेतावनी: कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष राकेश शर्मा ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जब हंगामा शुरू किया, तब छत्तीसगढ़ सह प्रभारी विजय जांगिड़ को खड़े होकर ये बोलना पड़ गया कि पार्टी के संविधान और अनुशासन के हिसाब से सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को रहना होगा. जांगिड़ ने कहा कि "जो पार्टी के अनुशासन में नहीं रह सकता, उसे पार्टी में रहने का अधिकार नहीं है. पार्टी को ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है. सम्मेलन में वरिष्ठ सदस्य के हंगामे को लेकर कई सदस्य आपस में बात करते नजर आए. उन्होंने भी कहा कि "पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा हो रही है. इससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है."