बिलासपुर: बेरोजगार युवा बड़ी संख्या में पंजीयन कराने रोजाना पहुंच रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि रोजगार पंजीयन कराने वालों की संख्या आम दिनों की तुलना में दोगुनी से अधिक हो गई है. बेरोजगारों में जहा पहले से ही नौकरी मिलने की उम्मीद थी वही अब बेरोजगारी भत्ता को लेकर खुशी की बढ़ गई है.
गणतंत्र दिवस के दिन सीएम ने किया था ऐलान: गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य सरकार ने बड़ी घोषणा करते हुए अगले वित्तीय वर्ष से प्रदेश के बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया है. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है की भत्ते के तौर पर बेरोजगार युवाओं को कितना पैसा दिया जाएगा. इसके लिए शासन ने कोई विस्तृत निर्देश नहीं जारी किया है. लेकिन इससे पहले ही बेरोजगारी भत्ता पाने बेरोजगार युवाओं में होड़ लग गई है. बिलासपुर में बेरोजगार युवा शासन से बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए बड़ी संख्या में रोजगार पंजीयन कार्यालय पहुंच रहे हैं.
आम दिनों की तुलना में तीन गुना बढ़ा पंजीयन: बिलासपुर के कोनी स्थित रोजगार पंजीयन कार्यालय के उपसंचालक पीटर सुमन तिग्गा ने बताया कि "पहले जहां रोजाना करीब 40 से 50 पंजीयन किए जा रहे थे. वो संख्या सरकार के घोषणा के साथ बढ़कर अब रोजाना 130 से 150 पहुंच गई है. बेरोजगार युवाओं को लग रहा है कि जब सरकार बेरोजगारी भत्ता दे तो उसका लाभ उन्हें भी मिले. हालांकि अभी तक सरकार ने इसकी किसी भी तरह की क्राइटेरिया तय करने की सूचना कार्यालय को नहीं दिया है."
ये पॉइंट हो सकते हैं शामिल: रोजगार पंजीयन कार्यालय के उपसंचालक पीटर सुमन तिग्गा ने आगे बताया कि "साल 2015 का जो क्राइटेरिया था उसमें कई पॉइंट थे. जैसे बीपीएल की सर्वे सूची में पंजीयन होना चाहिए. परिवार के एक सदस्य को ही बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. बेरोजगार की उम्र 18 से 35 वर्ष होना चाहिए. 2015 के पहले की क्राइटेरिया है जिसमें 10वीं 12वीं पास होना चाहिए."
सरकार की घोषणा सुनकर आए हैं पंजीयन कराने: बिलासपुर के बिल्हा के रहने वाले अजित कुमार ने बताया कि "युवाओं को बेरोजगारी भत्ता कुछ समय के लिए जरूर बेरोजगार युवाओं की मदद कर सकता है. लेकिन रोजगार के साथ ही उनके रोजगार की समस्या का समाधान हो सकता है." निपानिया में रहने वाले अमीर खान और चिंगराजपारा की भारती साहू ने बताया कि "वो अपना पंजीयन इस लिए नवीनीकरण करने आए है कि नौकरी नही मिल रहा है तो कम से कम बेरोजगारी भत्ता ही मिल जाए."
रोजाना बढ़ रहे पंजीयन: रोजगार पंजीयन कार्यालय के उप संचालक पीटर सुमन तिग्गा ने बताया कि "अगर पंजीयन की स्थिति देखा जाए तो पिछले साल जनवरी से दिसंबर 2022 तक लगभग 1 लाख 12 हजार पंजीयन कराए गए. जिसमें महिलाओं की संख्या 38 हजार है जिन्होंने पंजीयन कराया है. लेकिन जनवरी 2023 की यदि बात करें तो एक माह में ही 1460 पंजीयन हो चुके हैं. जिसमें 650 महिलाएं थीं. राज्य सरकार की घोषणा के बाद रोजाना ही यह संख्या बढ़ती जा रही है. 26 जनवरी से लेकर फरवरी के शुरू सप्ताह में ही 150 से 160 पंजीयन रोजाना हो रहे हैं. यानी बेरोजगारों में बेरोजगारी भत्ता लेने की होड़ लगी हुई है. यही कारण है कि रोजगार पंजीयन कार्यालय में रोजाना पंजीयन कराने वालों की संख्या बढ़ने लगी है.