बिलासपुर: 10 फरवरी को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को मिलाकर प्रदेश का 28वां जिला अस्तित्व में आ जाएगा, जिसके लिए प्रशासनिक स्तर पर स्थानीय अधिकारी अस्थाई भवन की तलाश में जुट गए हैं.
भवन के लिए पिंगा ब्लॉक के पास फिजिकल कॉलेज मैदान के पास छात्रावास डाइट का पुराना खाली पड़ा हॉस्टल भी प्रशासन ने देखा है.तो वहीं गौरेला के टीकर कला स्थित नवनिर्मित कन्या और बालक छात्रावास भी प्रशासन ने देखा है, जहां स्थानीय प्रशासन ने निरीक्षण कर जानकारी शासन को भेजने की बात कही है.
अब प्रदेश में जिलों की संख्या 28 हो जाएगी
10 फरवरी को प्रदेश में जिलों की संख्या 27 से बढ़कर 28 हो जाएगी. गौरेला,पेंड्रा,मरवाही ब्लॉक मिलाकर एक नए जिले की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त को की थी, जिसके बाद 30 दिसंबर को अधिसूचना जारी करते हुए शासन ने 10 फरवरी को नए जिले के अस्तित्व में आने की घोषणा कर दी है.
अस्थाई भवन की तलाश में जुटे अधिकारी
अब स्थानीय अमला प्रशासनिक भवनों के लिए अस्थाई रूप से कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के लिए भवन देख रहा है,जिसके निरीक्षण के लिए अतिरिक्त कलेक्टर के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपने अमले के साथ कई जगहों के निरीक्षण में जुटी है. जिसके बाद रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा.स्थानीय प्रशासन की माने तो, सभी भवनों की जानकारी शासन को भेजी जा रही है. और लोगों की सहूलियत के हिसाब से ही अंतिम विचार कर मुख्यालय बनाया जाएगा.