बिलासपुर : न्यायधानी में इन दिनों लोग चोरी की वारदातों से परेशान हैं. आम जनता से लेकर व्यापारी तक चोरों के निशाने पर है. शहर के कई पॉश इलाकों में चोरी की बड़ी घटनाएं हुई है.लेकिन पुलिस बड़ी चोरी के मामलों को सुलझाने में नाकाम रही है.बात यदि आंकड़ों की हो तो ये बेहद चौकाने वाले हैं. क्योंकि रिहायशी कॉलोनियों और दुकानों में चोरी की 90 फीसदी से भी ज्यादा वारदातें हुई हैं. बीते 25 दिनों में ही करीब 30 से ज्यादा चोरी के ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें चोरों ने लाखों का सामान और नकद पार किया है.
कहां आए चोरी के मामले : सबसे ज्यादा चोरी के मामले शहर के प्रमुख सिविल लाइन, तोरवा, सरकंडा, कोतवाली, सिरगिट्टी जैसे थाना क्षेत्रों में सामने आ रहे हैं. यहां पुलिस की लचर पुलिसिंग चोरों को वारदात करने का मौका दे रही है. रात के साथ अब दिनदहाड़े भी चोर घरों में घुस रहे हैं और चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. कई वारदातों में चोरों के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं. बावजूद पुलिस चोरों पर नकेल नहीं कस पा रही हैं. रहवासी इसके लिए लचर पुलिसिंग को जिम्मेदार मान रहे हैं.लोगों का कहना है, विजिबल पुलिसिंग और पेट्रोलिंग के दावे केवल बोलने तक ही सीमित हैं.असल में पुलिस नजर नहीं आ रही हैं.
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पुलिस ने विजिबल पुलिसिंग के दिए निर्देश : लगातार हो रही चोरी की घटना के बाद भी विजिबल पुलिसिंग नदारद है. यही नहीं रिपोर्ट और जानकारी के बाद भी पुलिस चोरों को नहीं पकड़ रही है. लोगों का कहना है कि '' कबाड़ उठाने और नशा करने वाले चोरी की वारदातों में सबसे ज्यादा शामिल हैं.'' इधर चोरी की इन वारदातों के साथ अब पुलिस भी मान रही है कि, चोरी की वारदातें बढ़ी हैं. इस पर नकेल कसने के लिए विजिबिल पुलिसिंग और पेट्रोलिंग बढ़ाने की आवश्कता है. लिहाजा एसएसपी ने सभी थानों को इस पर नकेल कसने के लिए ज्यादा से ज्यादा विजिबिल पुलिसिंग और पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं.