बिलासपुर: तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में केन्द्रीय योजनाओं का हाल-बेहाल है. बताते हैं, यहां के अधिकारी एक बार किसी प्रोजेक्ट्स को बनाने के बाद झांकने तक नहीं आते हैं. अधिकारियों की इसी लापरवाही के कारण जिले में ठेकेदारों और जिम्मेदारों की मनमानी चरम पर है. जिसका खामियाजा यहां के आम लोगों को भुगतना पड़ता है.
जिम्मेदार और ठोकेदार निर्माण कार्यों को एक बार पूरा कर देने के बाद इसकी देख-रेख के मामले में महज खानापूर्ती करते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में बने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बने सड़क को लेकर सामने आया है. जिसकी गुणवत्ता और संधारण कार्य में महज खानापूर्ती दिखाई देता है.
समय से पहले जर्जर हुई सड़क
सफरीभाठा से सकेरी तक का प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का लाभ अधिकारी और ठेकेदार उठा रहे हैं. यहां केन्द्र की योजना ग्रामीण विकास के नाम पर महज खानापूर्ती का जरिया बना है. यहां ठेकेदार और कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए सारे नियम ताक पर रखे दिए गए हैं. तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में बनी सड़कें गुणवत्ताविहीन और संधारण मरम्मत के आभाव में समय से पहले ही जर्जर हो चुकी है.
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सूचना बोर्ड मजह खानापूर्ती
सरकार और जनता के बीच पारदर्शिता के लिए सूचना बोर्ड लगाया जाता है, लेकिन यह भी यहां महज खानापूर्ती बनकर रह गया है. जिसमें संधारण मरम्मत कार्य के आभाव में संधारण मरम्मत कार्य की अवधी में ही सड़क जर्जर हो चुकी है. वहीं सूचना बोर्ड भी अधूरे हैं.