बिलासपुर : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) के मुखिया अजीत जोगी और जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी पर FIR दर्ज होने के मामले में प्रदेश में सियासत गरमा गई है. इस पूरे मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि, 'इस मामले में उन्हें सिर्फ शुरुआती जानकारी ही मिली है. उन्होंने कहा कि, 'इसमें किसी तरह की राजनीति और बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की गई है'.
उन्होंने कहा कि, 'पुलिस को प्रथम दृश्य में जैसी परिस्थिति दिखी उसके अनुसार ही फैसला लिया गया है'. गृहमंत्री ने कहा कि, 'जोगी परिवार के खिलाफ सरकार या पुलिस बदले की राजनीति नहीं कर रही है'. वहीं ताम्रध्वज साहू ने ये भी कहा कि, 'सारी कार्रवाई परिस्थिति के अनुसार हुई है इसमें बदले की भावना से कोई काम नहीं हुआ है'.
अमित ने रखा अपना पक्ष
बता दें कि एक तरफ अमित जोगी ने अपने एक वायरल वीडियो में इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण करार दिया है. अमित ने कहा कि, 'इस मामले में मजिस्ट्रियल या CBI से जांच की मांग की गई है. 15 जनवरी को मरवाही सदन में जोगी परिवार के केयरटेकर संतोष कौशिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी आत्महत्या की पुष्टि हो गई है.
संतोष के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
इस मामले में संतोष के परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि 'जोगी परिवार ने उसे जेल भेजने की धमकी दी थी, जिससे वह सहमा हुआ था. इसी कारण संतोष आत्महत्या के लिए मजबूर हो गया'.