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बेजान जिंदगी को "टीके" का सहारा : अयांश को मिलेगा नया जीवन, नोवार्टिस फ्री में देगी 16 करोड़ का इंजेक्शन

बिलासपुर के 6 महीने के मासूम अयांश की जिंदगी भी अब सामान्य हो जाएगी. उसे बहुत ही दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी जन्म के दूसरे महीने से ही है. बहरहाल, स्विटजरलैंड की कंपनी नोवार्टिस अयांश को 16 करोड़ की यह इंजेक्शन फ्री में देगा.

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Published : Sep 3, 2021, 3:55 PM IST

Updated : Sep 3, 2021, 5:10 PM IST

Ayansh with parents
माता-पिता के साथ अयांश

बिलासपुर : बिलासपुर के 6 महीने के मासूम अयांश को नई जिंदगी मिलने की आस बढ़ गई है. नोवार्टिस (Novartis) की ओर से आयोजित लॉटरी सिस्टम में नाम आने के बाद अब स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (spinal muscular atrophy) SMA से ग्रसित अयांश को बेंगलुरु के एक अस्पताल में 16 करोड़ रुपये की जीन थैरेपी फ्री में मिलने वाली है. अयांश बचपन से ही इस दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है.

माता-पिता के साथ अयांश

जन्म के दूसरे महीने से ही दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है अयांश

दरअसल, राजकिशोरनगर में रहने वाले अंचल और आशु दूबे के 6 महीने का बेटा अयांश अपने जन्म के दूसरे महीने से ही दुर्लभ बीमारी SMA (स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी) से ग्रसित है. उसकी मांसपेशिया कमजोर होती जा रही हैं. जिसके इलाज के लिए जोल्जेंसमा इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है. यह इंजेक्शन स्विटजरलैंड की कंपनी नोवार्टिस तैयार करती है. इसके एक इंजेक्शन की कीमत करीब 16 करोड़ रुपये है. परिजन इसके लिए क्राउड फंडिंग (crowd funding) के जरिये भी मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब यह इंजेक्शन अयांश को फ्री में मिलने जा रहा है.

हर साल 100 लोगों को फ्री में इंजेक्शन प्रोवाइड करती है कंपनी

यह कंपनी हर साल इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित दुनियाभर के 100 लोगों को फ्री में इंजेक्शन प्रोवाइड करती है. इसके लिए कंपनी लॉटरी सिस्टम निकालती है, जिसमें इस बार उन 100 लोगों में अयांश का भी नाम शामिल है. अयांश के पिता अंचल ने बताया कि मालिश करने या टीका लगने के दौरान अयांश को उस दर्द का अहसास तो होता था, लेकिन उसके शरीर में इतनी ताकत नहीं थी कि वो मूवमेंट कर पाए. तब उन्हें आशंका हुई कि अयांश में कोई कमी है.

जांच में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी होने की हुई पुष्टि

जब अयांश की जांच कराई गई तो रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि उसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी है. फिलहाल अयांश इलाज के लिए बेंगलुरु में है. उसे निमोनिया हो गया है. पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उसे जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाया जाएगा. शुक्रवार को अयांश की तबीयत बिगड़ गई है. अयांश को इंजेक्शन लगाने के लिए स्विट्जरलैंड से इंजेक्शन आया था, लेकिन नहीं लगने की स्थिति में वापस चला गया है. अयांश की तबीयत ठीक हो जाएगी तो दोबारा इंजेक्शन आ जाएगा.

बैंगलुरु में वेंटिलेटर पर है अयांश

इस बीमारी में बच्चे को इंजेक्शन देने से पहले देखा जाता है कि अभी वर्तमान में उसकी तबीयत कैसी है, क्योंकि अभी अयांश को बंगलुरु के अस्पताल ले जाया गया है. वहीं उसे इंजेक्शन दिया जाएगा, लेकिन अभी अयांश को निमोनिया हो गया है. इसके अलावा फिलहाल उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है. जब अयांश की तबीयत सुधरेगी तो उसे इंजेक्शन दिया जाएगा.

बिलासपुर : बिलासपुर के 6 महीने के मासूम अयांश को नई जिंदगी मिलने की आस बढ़ गई है. नोवार्टिस (Novartis) की ओर से आयोजित लॉटरी सिस्टम में नाम आने के बाद अब स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (spinal muscular atrophy) SMA से ग्रसित अयांश को बेंगलुरु के एक अस्पताल में 16 करोड़ रुपये की जीन थैरेपी फ्री में मिलने वाली है. अयांश बचपन से ही इस दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है.

माता-पिता के साथ अयांश

जन्म के दूसरे महीने से ही दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है अयांश

दरअसल, राजकिशोरनगर में रहने वाले अंचल और आशु दूबे के 6 महीने का बेटा अयांश अपने जन्म के दूसरे महीने से ही दुर्लभ बीमारी SMA (स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी) से ग्रसित है. उसकी मांसपेशिया कमजोर होती जा रही हैं. जिसके इलाज के लिए जोल्जेंसमा इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है. यह इंजेक्शन स्विटजरलैंड की कंपनी नोवार्टिस तैयार करती है. इसके एक इंजेक्शन की कीमत करीब 16 करोड़ रुपये है. परिजन इसके लिए क्राउड फंडिंग (crowd funding) के जरिये भी मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब यह इंजेक्शन अयांश को फ्री में मिलने जा रहा है.

हर साल 100 लोगों को फ्री में इंजेक्शन प्रोवाइड करती है कंपनी

यह कंपनी हर साल इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित दुनियाभर के 100 लोगों को फ्री में इंजेक्शन प्रोवाइड करती है. इसके लिए कंपनी लॉटरी सिस्टम निकालती है, जिसमें इस बार उन 100 लोगों में अयांश का भी नाम शामिल है. अयांश के पिता अंचल ने बताया कि मालिश करने या टीका लगने के दौरान अयांश को उस दर्द का अहसास तो होता था, लेकिन उसके शरीर में इतनी ताकत नहीं थी कि वो मूवमेंट कर पाए. तब उन्हें आशंका हुई कि अयांश में कोई कमी है.

जांच में स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी होने की हुई पुष्टि

जब अयांश की जांच कराई गई तो रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि उसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी है. फिलहाल अयांश इलाज के लिए बेंगलुरु में है. उसे निमोनिया हो गया है. पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उसे जीवन रक्षक इंजेक्शन लगाया जाएगा. शुक्रवार को अयांश की तबीयत बिगड़ गई है. अयांश को इंजेक्शन लगाने के लिए स्विट्जरलैंड से इंजेक्शन आया था, लेकिन नहीं लगने की स्थिति में वापस चला गया है. अयांश की तबीयत ठीक हो जाएगी तो दोबारा इंजेक्शन आ जाएगा.

बैंगलुरु में वेंटिलेटर पर है अयांश

इस बीमारी में बच्चे को इंजेक्शन देने से पहले देखा जाता है कि अभी वर्तमान में उसकी तबीयत कैसी है, क्योंकि अभी अयांश को बंगलुरु के अस्पताल ले जाया गया है. वहीं उसे इंजेक्शन दिया जाएगा, लेकिन अभी अयांश को निमोनिया हो गया है. इसके अलावा फिलहाल उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है. जब अयांश की तबीयत सुधरेगी तो उसे इंजेक्शन दिया जाएगा.

Last Updated : Sep 3, 2021, 5:10 PM IST
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