बिलासपुर: पूरा भारत कोरोना की मार (Corona Hit) झेल रहा था. वहीं रेलवे ने माल लदान और राजस्व में रिकार्ड राजस्व हासिल किया. रेलवे ने माल लदान और राजस्व में 10 हजार करोड़ से भी ज्यादा राजस्व अर्जित कर अपना ही पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (South East Central Railway) ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1 अक्टूबर 2021 तक माल ढुलाई से 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व कमाया है.
पिछले साल के मुकाबले 38 प्रतिशत अधिक कमाई
दक्षिण-पूर्व- मध्य रेलवे ने माल ढुलाई से 10,046 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया, जो 01 अक्टूबर 2020 (7265 करोड़ रुपये) की तुलना में 38 प्रतिशत अधिक है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में माल लदान और आय के मामले में माल ढुलाई के आंकड़ों में उच्च गति बनाए रखी है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने माल लदान के क्षेत्र में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखा है. पिछले वित्तीय वर्ष की 01 अक्टूबर 2020 तक की माल ढुलाई से प्राप्त 7,265 करोड़ रुपए राजस्व अर्जन की तुलना में वित्तीय वर्ष के 01 अक्टूबर 2021 तक 10,046 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया है, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 38 प्रतिशत अधिक है.
उपभोक्ताओं को दी जा रही है छूट
रेलवे द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए कई तरह की रियायतें (छूट ) भी अपने उपभोक्ताओं को दी जा रही हैं. साथ ही बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के माध्यम से पारंपरिक के अलावा कई नई वस्तुओं का भी परिवहन रेलवे द्वारा किया जा रहा है. माल परिवहन से संबंधित उपभोक्ताओं के समस्याओं का भी निदान किया जा रहा है. साथ ही मौजूदा नेटवर्क में मालगाड़ियों की गति में भी काफी वृद्धि की गई है और मालगाड़ियों की गति में सुधार से सभी हितधारकों के लिए लागत की बचत हो रही है. इन सभी कारणों के कारण ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में माल ढुलाई एवं राजस्व अर्जन में अच्छे प्रदर्शन के रूप में परिणाम मिल रहे है.
प्रदर्शन में हुआ सुधार
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे कोरोनाकाल के दौरान जब रेलवे में यात्री गाड़ियों का परिचालन बंद था. तब माल गाड़ियों का परिचालन कर रही थी. इसके अलावा नई लाइन निर्माण और पुरानी लाइन की मरम्मत कर करीब 3 सौ किलोमीटर तक लाइन का कार्य किया था. इसके अलावा रेलवे ने यात्री सुविधा के लिए ओवरब्रिज के निर्माण के साथ ही अंडरब्रिज का निर्माण किया. स्टेशनों में सुविधाए भी बढ़ाई है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवेे कोरोना वायरस स्थिति का उपयोग चौतरफा दक्षता और प्रदर्शन में सुधार के अवसर के रूप में किया.