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मौसम की 'आंखमिचौली', कहीं हुई हल्की बारिश तो कहीं नहीं दिखा सूर्य ग्रहण - कहीं हुई हल्की बारिश तो कहीं नहीं दिखा सूर्य ग्रहण

मौसम में आए बदलाव से गुरुवार को प्रदेश के कई जगहों पर हल्की बारिश हुई, वहीं कई जगहों पर बादल छाए रहने के कारण सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया. दूसरी तरफ बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है.

मौसम की 'आंखमिचौली'
मौसम की 'आंखमिचौली'
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Published : Dec 26, 2019, 10:48 AM IST

Updated : Dec 26, 2019, 11:46 AM IST

बिलासपुर : सूर्य ग्रहण और मौसम में आए बदलाव से गुरुवार को प्रदेश के कई जगहों पर हल्की बारिश हुई, तो कहीं जगहों पर बादल छाए रहने के कारण सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया. दूसरी तरफ बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. इस बदलाव से मौसम की मार फसल उत्पादकों पर पड़ सकता है.

मौसम की 'आंखमिचौली'

बिलासपुर में कई जगहों पर हल्की बारिश हुई, तो कोरबा और रायपुर में बादल छाए रहने से सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया.

मौसम में आए बदलाव से अरहर, तीवरा, चना जैसे तिलहन हल्की बारिश में खराब हो सकते हैं. दलहन बारिश में गल सकता है. हालांकि बारिश रवि फसल के लिए लाभदायक है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

घने बादल के साथ बस्तर में हो रही बारिश
बस्तर में मौसम ने करवट ली है और सुबह से ही घने बादल के साथ बस्तर में बारिश हो रही है. तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. बस्तर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस है. इधर, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक बस्तर में घने बादल छाए रहने और रुक-रुक के बारिश होने की संभावना जताई है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

बताया जा रहा है कि उत्तरी दिशाओं से चल रही कश्मीरी लहर और समुद्री तटों में बनी अवदाब व बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात की वजह से मौसम में बदलाव आया है. इसका असर बस्तर में भी देखने को मिल रहा है. 24 घंटे तक इसी तरह घने बादलों के साथ रुक-रुककर बस्तर में बारिश होती रहेगी.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

इधर, ठंड के साथ साथ रुक-रुककर हो रही बारिश ने बस्तर के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. मौसमी बीमारी होने का भी खतरा मंडराने लगा है. लोग घरों से गर्म कपड़े और रेनकोट पहन कर निकल रहे हैं. 24 घंटे तक मौसम ऐसी ही बने रहने की संभावना जताई जा रही है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

उर्जाधानी कोरबा में नहीं दिखा सूर्य ग्रहण
उर्जाधानी कोरबा में सुबह से ही मौसम बदला हुआ है. बदली के बीच बारिश हो रही है. तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. इस बीच सूर्य ग्रहण देखने की तैयारी कर चुके लोगों में निराशा देखी जा रही है. बादलों के छाए रहने से कोरबा से सूर्य ग्रहण नहीं दिख रहा है. सुबह-सुबह हुई बारिश के कारण आज रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहने की संभावना है. आने वाले दिनों में भी तापमान में गिरावट बनी रहेगी. वहीं एक दिन पहले बुधवार तक का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. गुरुवार की सुबह ही ऊर्जाधानी में बादल छाए हुए हैं. कोहरे के बीच रुक-रुक कर बारिश हो रही है. इससे मौसम में ठंडक बढ़ गई है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

गुरुवार को ही बहुप्रतीक्षित कंकणाकार सूर्य ग्रहण प्रस्तावित था. इसे देखने के लिए जिला स्तर पर भी कई संगठनों ने खास तैयारी कर रखी थी, लेकिन अचानक मौसम में बदलाव के कारण खबर लिखे जाने तक कोरबा में लोग सूर्य ग्रहण नहीं देख पा रहे हैं.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

रायपुर में भी नहीं दिखा सूर्य ग्रहण
राजधानी रायपुर में भी सूर्य ग्रहण को लेकर सभी लोगों में उत्साह था, लेकिन बादल छाने से सूर्यग्रहण दिखाई नहीं दिया. बदलते मौसम के कारण राजधानी में सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी होती रही. इसके कारण सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया.

बिलासपुर : सूर्य ग्रहण और मौसम में आए बदलाव से गुरुवार को प्रदेश के कई जगहों पर हल्की बारिश हुई, तो कहीं जगहों पर बादल छाए रहने के कारण सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया. दूसरी तरफ बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. इस बदलाव से मौसम की मार फसल उत्पादकों पर पड़ सकता है.

मौसम की 'आंखमिचौली'

बिलासपुर में कई जगहों पर हल्की बारिश हुई, तो कोरबा और रायपुर में बादल छाए रहने से सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया.

मौसम में आए बदलाव से अरहर, तीवरा, चना जैसे तिलहन हल्की बारिश में खराब हो सकते हैं. दलहन बारिश में गल सकता है. हालांकि बारिश रवि फसल के लिए लाभदायक है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

घने बादल के साथ बस्तर में हो रही बारिश
बस्तर में मौसम ने करवट ली है और सुबह से ही घने बादल के साथ बस्तर में बारिश हो रही है. तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. बस्तर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस है. इधर, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक बस्तर में घने बादल छाए रहने और रुक-रुक के बारिश होने की संभावना जताई है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

बताया जा रहा है कि उत्तरी दिशाओं से चल रही कश्मीरी लहर और समुद्री तटों में बनी अवदाब व बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात की वजह से मौसम में बदलाव आया है. इसका असर बस्तर में भी देखने को मिल रहा है. 24 घंटे तक इसी तरह घने बादलों के साथ रुक-रुककर बस्तर में बारिश होती रहेगी.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

इधर, ठंड के साथ साथ रुक-रुककर हो रही बारिश ने बस्तर के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. मौसमी बीमारी होने का भी खतरा मंडराने लगा है. लोग घरों से गर्म कपड़े और रेनकोट पहन कर निकल रहे हैं. 24 घंटे तक मौसम ऐसी ही बने रहने की संभावना जताई जा रही है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

उर्जाधानी कोरबा में नहीं दिखा सूर्य ग्रहण
उर्जाधानी कोरबा में सुबह से ही मौसम बदला हुआ है. बदली के बीच बारिश हो रही है. तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. इस बीच सूर्य ग्रहण देखने की तैयारी कर चुके लोगों में निराशा देखी जा रही है. बादलों के छाए रहने से कोरबा से सूर्य ग्रहण नहीं दिख रहा है. सुबह-सुबह हुई बारिश के कारण आज रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रहने की संभावना है. आने वाले दिनों में भी तापमान में गिरावट बनी रहेगी. वहीं एक दिन पहले बुधवार तक का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. गुरुवार की सुबह ही ऊर्जाधानी में बादल छाए हुए हैं. कोहरे के बीच रुक-रुक कर बारिश हो रही है. इससे मौसम में ठंडक बढ़ गई है.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

गुरुवार को ही बहुप्रतीक्षित कंकणाकार सूर्य ग्रहण प्रस्तावित था. इसे देखने के लिए जिला स्तर पर भी कई संगठनों ने खास तैयारी कर रखी थी, लेकिन अचानक मौसम में बदलाव के कारण खबर लिखे जाने तक कोरबा में लोग सूर्य ग्रहण नहीं देख पा रहे हैं.

मौसम ने ली करवट
मौसम ने ली करवट

रायपुर में भी नहीं दिखा सूर्य ग्रहण
राजधानी रायपुर में भी सूर्य ग्रहण को लेकर सभी लोगों में उत्साह था, लेकिन बादल छाने से सूर्यग्रहण दिखाई नहीं दिया. बदलते मौसम के कारण राजधानी में सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी होती रही. इसके कारण सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया.

Intro:हल्की बारिश ने बढ़ाया किसान की परेशानी, अधिकारी बेखबर।Body:प्रकृति के अचानक बदलाव से मौसम की मार फसल उत्पादकों को पर दिखाई दे रहा है।
अरहर,तीवरा,चना जैसे तिलहन हल्की बारिश
से नस्ट हो रहा है,बारीस ने किसान की समस्या को बढ़ा दिया है। दलहन बारीस से गल सकता है वही रवि फसल के लिए लाभदायक है। जबकि सरकार के फरमान में रवि फसल प्रतिबंधित है,इस विषय में तखतपुर कृषि विभाग की प्रतिक्रिया शून्य है।
Conclusion:इस विषय में क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने पल्ला झाड़ते हुए चुनावी प्रक्रिया में होने की बात कहा।
हालांकि किसानों के हल का कोई हल नहीं है वहीं
दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों की खानापूर्ती साफ दिखाई दे रहा है।
रिपोर्ट नरेन्द्र ध्रुव तखतपुर बिलासपुर।
Last Updated : Dec 26, 2019, 11:46 AM IST
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