बिलासपुर: डायरिया से अब तक चार मरीजों की मौत हो गई है. तारबाहर में फैले डायरिया (Diarrhea in Bilaspur) से युवक की मौत की पुष्टी हुई थी. तारबाहर के रहने युवक खालिद खान की मौत हुई है. पिछले चार दिन से तारबाहर और तालापारा में डायरिया का प्रकोप फैला (Situation Worsening Due to Diarrhea) है. पानी की खराबी की वजह से डायरिया का फैलाव लगातार सामने आ रहा है. युवक की मौत के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल का है. लोग डायरिय के बचाव के तरीके को अपना रहे हैं.
बिलासपुर नगर क्षेत्र में एक सप्ताह के डायरिया से 4 मौत ने शहरवासियों को दहशत में डाल दी है. अब तक गर्मी के मौसम में शहर में डायरिया की बीमारी फैलती थी. लेकिन ठंडी के मौसम में डायरिया के प्रकोप ने स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की नींद उड़ा दी है. बिलासपुर में डायरिया से आज फिर एक युवक की मौत हो गई. शहर में अब तक डायरिया से 4 मौत हो चुकी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब तक इस मामले में कुछ नहीं कर सका है. वहीं पहले हुई दो महिलाओं की मौत को लेकर डायरिया से हुई मौत मानने को तैयार नहीं है.
बिलासपुर में गंदे जल जमाव के कारण बढ़ रहे डायरिया के मरीज
तारबाहर क्षेत्र में लगातार डायरिया के अब भी मरीजों के मिलने का शिलशिला जारी है. शहर में कई कई इलाकों में डायरिया के मरीजों की पहचान की जा रही है. लेकिन जिला प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है. नगर निगम के अधिकारी और कमिश्नर अजय त्रिपाठी ने आज हुई मौत के बाद क्षेत्र का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
शहर के विभिन्न वार्डो में डायरिया का कहर
पिछले 1 सप्ताह से शहर के विभिन्न वार्डों में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग केवल उन वार्डो में दौरा कर रहा है. जहां अधिक संख्या में डायरिया के मरीज मिल रहे हैं. पिछले 1 सप्ताह में शहर में डायरिया से पीड़ित तीन लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें एक महिला सरकंडा की, एक महिला सिरगिट्टी और आज तारबाहर क्षेत्र के घासीदास मंदिर के पास रहने वाले युवक की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य सुविधा देने में काम स्वास्थ्य विभाग
इन मौतों को लेकर स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहा है. नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और महापौर का कहना है कि गंदे पानी की वजह से डायरिया फैला है. इसके साथ ही शुरुआती दौर में जब डायरिया की शिकायत लोगों को हुई तो स्वास्थ्य विभाग उसी समय हरकत में आकर मरीजों की पहचान कर बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराता तो शायद आज किसी की मौत नहीं होती. लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले को लेकर गंभीर नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग ने साधी चुप्पी
यही कारण है कि शहर में डायरिया के मरीजों की मौत (Diarrhea Patient Dies) के आंकड़े बढ़ रहे हैं. उधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और कैमरे में आए बिना यह कहते हैं कि यह जिम्मेदारी नगर निगम की है. क्योंकि गंदा पानी पाइप लाइन के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंच रहा है और नालियों का पानी पीकर लोग डायरिया के शिकार हो रहे हैं. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी की पाइप नालियों के अंदर है और पुरानी पाइप होने की वजह से लीकेज से नाली का पानी पाइप में जा रहा है. यही वजह है कि लोगों में डायरिया फैल रहा है.
सोमवार सुबह एक की मौत
ठंड के मौसम में डायरिया के फैलने की वजह से वार्ड में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है. नगर निगम के अधिकारियों ने वार्ड में घूमकर डायरिया के मरीजों को आवश्यक जानकारी देते हुए पानी का सेम्पल लिया और उसे जांच के लिए भेजा है. शहर के विभिन्न वार्डों में पानी की सप्लाई पाइप के नाली में होने की वजह से लोगों को गंदा पानी पीने मजबूर हैं. ऐसे में पिछले कई सालों से नगर निगम को लगातार शिकायतें मिलती रही है कि पाइपलाइन नाली में होने की वजह से उस के माध्यम से गंदा पानी घरों तक पहुंच रहा है. लेकिन निगम ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है. जिसका नतीजा आज शहर के विभिन्न वार्डों में डायरिया फैल चुका है और लोगों की मौते हो रही है.