बिलासपुर: कोविड 19 महामारी ने पूरे विश्व के सामने जिंदगी बचाने रखने की परेशानी खड़ी कर दी है. एक तरफ जहां हर उम्र और हर वर्ग के लोग इस बीमारी से बचाव कर रहे हैं, वहीं हर उम्र और हर वर्ग के लोग समाज के लिए योगदान भी दे रहे हैं. एक बड़े दिल के साथ बड़ा योगदान बिलासपुर की 10 साल की बच्ची ने किया है. बिलासपुर की रहने वाली शांभवी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से जुझते जरूरतमंदों लिए अपना गुल्लक फोड़ दिया और अपनी 6 हजार की पॉकेट मनी दान कर दी.
गुल्लक की जमा पूंजी कोरोना पीड़ितों के नाम
बिलासपुर की शांभवी कहती है, वो सोमवार को अपना 10वां जन्मदिन मना रही थी, लेकिन वो देश को कांटे भरे रास्तों पर सफर करते देख नहीं पाई. दिल ऐसा पसीजा कि अपने गुल्लक की जमा पूंजी कोरोना पीड़ितों के नाम कर दी. वो कहती हैं 'इस पैसे को उन जरूरतमंदों तक पहुंचाना चाहती हैं, जो फिलहाल खाने-पीने की चीजों से महरूम हैं. इस पहल पर उनके पिता ने भी साथ दिया.
तारबाहर थाना प्रभारी ने पहल को सराहा
पुलिस की निगरानी में शांभवी के गुल्लक को तोड़ा गया और गुल्लक से कुल 6 हजार रुपये निकले, जिसे तारबाहर पुलिस ने गरीबों के मदद के लिए रख लिया. बेटी की इस सोच को लेकर शांभवी के पिता भागवत साहू भी अपनी लाडली पर गर्व करते दिखे और कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है. वहीं तारबाहर थाना प्रभारी प्रदीप आर्या ने भी खूब सराहा.
अदृश्य संकट को झेल रहा पूरा विश्व
आज पूरा विश्व जब एक अदृश्य संकट को झेल रहा है.. ऐसे में जरूरत है कि हम भी इस मासूम बच्ची की सोच को अपने जीवन में साकार करें और मानवतावादी तरीके से कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग को आपसी सहयोग से जीत लें.