गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ में नाबालिग लड़कियों के खिलाफ अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामले में एक नाबालिग से हुए रेप केस में 112 आपातकालीन सेवा में मुस्तैद कर्मचारी पर पीड़ित परिवार पर आरोपी से समझौता कराने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है. पीड़ित बच्ची के परिजनों ने 112 के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं.
गौरेला थाना क्षेत्र में शाम को घर के बाहर खेल रही बच्ची को उसका मुंह दबाकर उसे सुनसान जगह ले जाकर रेप की वारदात तो अंजाम दिया गया था. पुलिस ने आरोपी पवन राठौर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है. परिजनों ने बताया कि उन्होंने वारदात के बाद 112 आपातकालीन सेवा को फोन किया था. जिसके बाद आपातकालीन सेवा के कर्मचारियों ने तत्काल मदद करते हुए उन्हें अस्पताल जाने की सलाह दी, लेकिन दूसरे दिन वहीं कर्मचारी दोबारा बाइक से पीड़िता के घर पहुंचे और वारदात की शिकायत न करने और आपस में ही समझौता करने की सलाह देने लगे.
समझौता करने के लिए दबाव बनाने का आरोप
समझौता करने की सलाह के बावजूद परिजन थाने में FIR पर अड़े रहे और बुधवार को केस में आरोपी पवन राठौर के खिलाफ केस दर्ज कराई. फिलहाल, पुलिस ने नाबालिग से रेप के आरोपी को गिरफ्तार तो किया कर लिया, लेकिन 112 के कर्मचारियों द्वारा पीड़ित परिवार पर समझौता करने के लिए दबाव बनाने के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. हालांकि, पुलिस अधिकारी मामले में जांच के बाद कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिए जाने की बात कह रहे हैं.
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बहरहाल, नाबालिग से रेप जैसे मामले में 112 आपातकालीन सेवा में तैनात कर्मचारियों के द्वारा समझौता की बात करना एक गंभीर मामला है. देखने वाली बात होगी कि पुलिस आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है.