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बिलासपुर कानन पेंडारी जू में शावकों का अपनी मां के साथ खेलते वीडियो आया सामने

बिलासपुर कानन पेंडारी जू में हाल ही में रंभा शेरनी ने 4 शावकों को जन्म दिया है. जिससे वन्य प्रेमियों में खुशी साफ तौर पर देखने को मिल रही है. इस बीच 4 शावकों की अपनी मां के साथ खेलते तस्वीर और वीडियो सामने आया (Bilaspur Kanan Pendari Zoological Garden)है.

Bilaspur Kanan Pendari Zoo
बिलासपुर कानन पेंडारी जू
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Published : Jun 25, 2022, 1:36 PM IST

बिलासपुर: बिलासपुर कानन पेंडारी जू में 4 शावकों का अपनी मां के साथ खेलते हुए वीडियो और तस्वीर सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि ये शावक अपनी मां के साथ मस्ती कर रहे हैं. शेरनी भी अपने बच्चों के साथ सुकून में दिख रही है. बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में जानवरों के मरने की खबरें वन्यप्राणी प्रेमियों को झकझोरती रहीं हैं.

शावकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

दरअसल, दो माह पहले ही कानन में सफेद बाघिन ने 4 शावकों को जन्म दिया. कानन जू में 17 अप्रैल रविवार की रात शेरनी रंभा ने चार शावकों को जन्म दिया था. शावकों को कानन प्रबंधन कड़ी सुरक्षा में रखे हुए है. शावकों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे निगरानी की जा रही (Bilaspur Kanan Pendari Zoological Garden) है. वहीं, चारों शावकों का वीडियो लोगों को बेहद पसंद आ रहा है.

मां के बाद बेटी रंभा ने दिया चार शावकों को जन्म: कानन पेंडारी में एक साथ चार शावक मेहमान आने से कानन प्रबंधन खुश हैं. इससे पहले वर्ष 2018 में बाघिन चैरी ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया था. बाघिन रंभा चैरी की बेटी है. अब मां के बाद बेटी रंभा ने भी एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है.

बाघों के मरने से मायूस थे वन्यप्रेमी: कानन में एक बाघ की उम्र अधिक होने से मौत हो गई थी. दूसरी ओर मादा बाघिन को उसके ही नाती बाघ ने पिंजरा तोड़ कर काटकर मार डाला था. दो बाघों की मौत ने कानन को मायूस कर दिया था. इसके बाद 18 अप्रैल को एक मादा लायन की भी मौत हो गई थी. मादा लायन भी बच्चे को जन्म देने के दौरान मर गई थी. मादा लायन और रंभा बाघिन दोनों एक साथ अपने बच्चों को जन्म दे रहे थे, जिसमें मादा की मौत हो गई थी. लेकिन रंभा बाघिन ने कानन प्रबंधन को चार शावकों को जन्म देकर खुश कर दिया था.

शावकों का कानन प्रबंधन कर रहा गंभीरता से देखभाल: इन दिनों बाघिन रंभा और चारों शावकों की देखभाल गंभीरता से की जा रही है. समय पर रंभा को खाना-पीना दिया जा रहा है. मां के दूध पीकर शावक स्वस्थ हो रहे हैं. कानन प्रबंधन ने अब तक शावकों के पास केयर टेकर के अलावा किसी को भी जाने नहीं दिया है. शावकों के केज तक कर्मचारी तो दूर अधिकारी तक नहीं गए हैं. मादा बाघिन और उसके शावकों की देखभाल करने वाले केयर टेकर और कानन के डॉक्टर अजित कुमार पांडेय ही अब तक गए हैं.

केज में लगाए गए हैं कैमरे: बाघिन रंभा और शावकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए केज में कैमरे लगाए गए हैं. अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो दूर से ही बाघिन और शावकों पर नजर रखते हैं. ताकि मां के बैठने या लेटने से शावक उसके वजन में दब कर मर न जाए. एक बार कानन में ऐसा ही हुआ था कि मां के लेटने पर एक शावक उसके नीचे दब कर मर गया था. इन्हीं बातो को ध्यान में रखते हुए पूरी चौकसी की जा रही है. बाघिन रंभा शावकों को दूध भी पिला रही है. शावकों के पास से वह नहीं हटी है. मां बाघिन भी शावकों की अच्छे से देखभाल कर रही है.

सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जा रही है: कानन जू के डारेक्टर विष्णुराज नायर और अधीक्षक संजय लुथर ने बताया कि बाघिन रंभा को केज में सुरक्षा के साथ रखा गया है और लगातार निगरानी रखी जा रही है. देखभाल करने वाले जू कीपर, पशु चिकित्सक समेत प्रशासनिक स्तर से देखभाल के लिए ध्यान दिया जा रहा है. बाघिन रंभा ने 17 अप्रैल रविवार की रात चारों शावकों को सुरक्षित जन्म दिया था. तब से कानन प्रबंधन द्वारा उसकी खान-पान को लेकर लगातार ध्यान दिया जा रहा है. जब तक चारों शावकों की आंखें नहीं खुली, तब तक बाघिन रंभा उनके पास ही थी. बाघिन के आसपास किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जू कीपर भी बाहर से ही केज में खाना-पानी मुहैया करा रहे हैं. शावकों का आंख खुलने के बाद खान-पान के प्रक्रिया में परिवर्तन किया गया है. इसके लिए विशेषज्ञों से सलाह भी ली गई थी.

यह भी पढ़ें: बिलासपुर के कानन जू में बाघिन को बाघ ने इनक्लोजर तोड़कर मार डाला... कहीं ये मामला बाघ के भूख से तो नहीं जुड़ा ?

शावकों के जन्म से पूरा प्रबंधन खुश हैः कानन पेंडारी में एक साथ चार शावक मेहमान आने से कानन प्रबंधन खुश हैं. इससे पहले वर्ष 2018 में बाघिन चैरी ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया था. बाघिन रंभा चैरी की बेटी है. अब मां के बाद बेटी रंभा ने भी एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है. रंभा के जन्मे बच्चों में एक नर और तीन मादा बाघिन शावक है.

टाइगर, लायन और तेंदुओं की कानन में अच्छी संख्या: कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में इस बार टाइगर लॉयन और लेपर्ड की अच्छी संख्या है. इनकी संख्या बढ़ भी रही है.

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बिलासपुर: बिलासपुर कानन पेंडारी जू में 4 शावकों का अपनी मां के साथ खेलते हुए वीडियो और तस्वीर सामने आया है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि ये शावक अपनी मां के साथ मस्ती कर रहे हैं. शेरनी भी अपने बच्चों के साथ सुकून में दिख रही है. बिलासपुर कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में जानवरों के मरने की खबरें वन्यप्राणी प्रेमियों को झकझोरती रहीं हैं.

शावकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

दरअसल, दो माह पहले ही कानन में सफेद बाघिन ने 4 शावकों को जन्म दिया. कानन जू में 17 अप्रैल रविवार की रात शेरनी रंभा ने चार शावकों को जन्म दिया था. शावकों को कानन प्रबंधन कड़ी सुरक्षा में रखे हुए है. शावकों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे निगरानी की जा रही (Bilaspur Kanan Pendari Zoological Garden) है. वहीं, चारों शावकों का वीडियो लोगों को बेहद पसंद आ रहा है.

मां के बाद बेटी रंभा ने दिया चार शावकों को जन्म: कानन पेंडारी में एक साथ चार शावक मेहमान आने से कानन प्रबंधन खुश हैं. इससे पहले वर्ष 2018 में बाघिन चैरी ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया था. बाघिन रंभा चैरी की बेटी है. अब मां के बाद बेटी रंभा ने भी एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है.

बाघों के मरने से मायूस थे वन्यप्रेमी: कानन में एक बाघ की उम्र अधिक होने से मौत हो गई थी. दूसरी ओर मादा बाघिन को उसके ही नाती बाघ ने पिंजरा तोड़ कर काटकर मार डाला था. दो बाघों की मौत ने कानन को मायूस कर दिया था. इसके बाद 18 अप्रैल को एक मादा लायन की भी मौत हो गई थी. मादा लायन भी बच्चे को जन्म देने के दौरान मर गई थी. मादा लायन और रंभा बाघिन दोनों एक साथ अपने बच्चों को जन्म दे रहे थे, जिसमें मादा की मौत हो गई थी. लेकिन रंभा बाघिन ने कानन प्रबंधन को चार शावकों को जन्म देकर खुश कर दिया था.

शावकों का कानन प्रबंधन कर रहा गंभीरता से देखभाल: इन दिनों बाघिन रंभा और चारों शावकों की देखभाल गंभीरता से की जा रही है. समय पर रंभा को खाना-पीना दिया जा रहा है. मां के दूध पीकर शावक स्वस्थ हो रहे हैं. कानन प्रबंधन ने अब तक शावकों के पास केयर टेकर के अलावा किसी को भी जाने नहीं दिया है. शावकों के केज तक कर्मचारी तो दूर अधिकारी तक नहीं गए हैं. मादा बाघिन और उसके शावकों की देखभाल करने वाले केयर टेकर और कानन के डॉक्टर अजित कुमार पांडेय ही अब तक गए हैं.

केज में लगाए गए हैं कैमरे: बाघिन रंभा और शावकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए केज में कैमरे लगाए गए हैं. अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो दूर से ही बाघिन और शावकों पर नजर रखते हैं. ताकि मां के बैठने या लेटने से शावक उसके वजन में दब कर मर न जाए. एक बार कानन में ऐसा ही हुआ था कि मां के लेटने पर एक शावक उसके नीचे दब कर मर गया था. इन्हीं बातो को ध्यान में रखते हुए पूरी चौकसी की जा रही है. बाघिन रंभा शावकों को दूध भी पिला रही है. शावकों के पास से वह नहीं हटी है. मां बाघिन भी शावकों की अच्छे से देखभाल कर रही है.

सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जा रही है: कानन जू के डारेक्टर विष्णुराज नायर और अधीक्षक संजय लुथर ने बताया कि बाघिन रंभा को केज में सुरक्षा के साथ रखा गया है और लगातार निगरानी रखी जा रही है. देखभाल करने वाले जू कीपर, पशु चिकित्सक समेत प्रशासनिक स्तर से देखभाल के लिए ध्यान दिया जा रहा है. बाघिन रंभा ने 17 अप्रैल रविवार की रात चारों शावकों को सुरक्षित जन्म दिया था. तब से कानन प्रबंधन द्वारा उसकी खान-पान को लेकर लगातार ध्यान दिया जा रहा है. जब तक चारों शावकों की आंखें नहीं खुली, तब तक बाघिन रंभा उनके पास ही थी. बाघिन के आसपास किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जू कीपर भी बाहर से ही केज में खाना-पानी मुहैया करा रहे हैं. शावकों का आंख खुलने के बाद खान-पान के प्रक्रिया में परिवर्तन किया गया है. इसके लिए विशेषज्ञों से सलाह भी ली गई थी.

यह भी पढ़ें: बिलासपुर के कानन जू में बाघिन को बाघ ने इनक्लोजर तोड़कर मार डाला... कहीं ये मामला बाघ के भूख से तो नहीं जुड़ा ?

शावकों के जन्म से पूरा प्रबंधन खुश हैः कानन पेंडारी में एक साथ चार शावक मेहमान आने से कानन प्रबंधन खुश हैं. इससे पहले वर्ष 2018 में बाघिन चैरी ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया था. बाघिन रंभा चैरी की बेटी है. अब मां के बाद बेटी रंभा ने भी एक साथ चार शावकों को जन्म दिया है. रंभा के जन्मे बच्चों में एक नर और तीन मादा बाघिन शावक है.

टाइगर, लायन और तेंदुओं की कानन में अच्छी संख्या: कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में इस बार टाइगर लॉयन और लेपर्ड की अच्छी संख्या है. इनकी संख्या बढ़ भी रही है.

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