बिलासपुर: मुंगेली जिले के सरगांव बैतालपुर के करीब शिवनाथ नदी के बीच में स्थित द्वीप पर आरएसएस का घोष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के सरसंघचालक मोहन भागवत (Sarsanghchalak Mohan Bhagwat) घोष प्रदर्शन कार्यक्रम में रहेंगे. वे इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मदकू द्वीप पहुंच गए हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) बिलासपुर और रायपुर शाखा के स्वयंसेवकों की ओर से गत एक माह से (दोनों केंद्रों पर) घोष का सतत सातत्य से अभ्यास किया जा रहा है.
इसमें से चिन्हित घोष वादकों का घोष प्रदर्शन कार्यक्रम शुक्रवार, 19 नवम्बर 2021 को मदकू द्वीप (जिला- मुंगेली) में आयोजित है. घोष प्रदर्शन कार्यक्रम दोपहर 3.00 बजे प्रारम्भ होगा. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के आरएसएस से जुड़े नेता, कार्यकर्ता के अलावा भाजपा ने प्रदेश स्तरीय नेता शामिल होंगे. पूर्व सीएम रमन सिंह (Former CM Raman Singh) निर्धारित समय 11 बजे यहां पहुचेंगे और कार्यक्रम स्थल का जायजा लेंगे. इसके अलावा प्रदेश के पूर्व मंत्री, पूर्व निगम, मंडल, आयोग सहित प्रदेश के भाजपा नेताओं का यहा जमावड़ा पूरे दिन रहेगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत मदकू द्वीप में धर्मांतरण, पर्यावरण सुरक्षा और ग्राम विकास पर स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे. धर्मांतरण के मुद्दे पर स्थानीय पदाधिकारियों से रिपोर्ट लेंगे. उनकी भोजन व्यवस्था के लिए भाटापारा से विशेष रसोइयों को बुलाया गया है. बताया जा रहा है भोजन में विशेष रूप से जिमिकांदा की सब्जी पकाई जाएगी.
बच्चों का धर्मांतरण कराने वाले गलत, घर से ही देने होंगे संस्कार : मोहन भागवत
वहीं हल्द्वानी में 'परिवार प्रबोधन' कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा था कि बच्चों का धर्मांतरण कराने वाले गलत हैं. हमारे बच्चे हम ही तैयार नहीं करते हैं. हमको इसका संस्कार अपने घर में देना होगा. कैसे धर्मांतरण हो जाता है? छोटे से स्वार्थ, शादी के लिए हिंदू लड़कियां और लड़के दूसरे धर्मों को कैसे अपनाते हैं? जो लोग ऐसा करते हैं, वो गलत करते हैं. क्या हम अपने बच्चों का ठीक पालन-पोषण नहीं करते? हमें अपने बच्चों को घर में ये शिक्षा देनी होंगी. हमें उनके अंदर धर्म के प्रति आदर का भाव उत्पन्न करना होगा. अपने धर्म और पूजा पाठ के प्रति बच्चों को आदर और गर्व करना सिखाना पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी भाषा, वेशभूषा, भवन, भोजन, भ्रमण और भजन को अपनी परंपरा के मुताबिक करना चाहिए. तब ही भारत विश्व गुरु बन सकता है.
धर्म परिवर्तन का जाल फैलना विस्फोटक स्थिति, केंद्र लाए कड़ा कानून : विहिप नेता
वहीं विश्व हिंदु परिषद के नेता विजय शंकर तिवारी ने इस मुद्दे पर कहा कि मुगलों के हमारे देश में आने के बाद से ही जबरन धर्मांतरण की यह व्यवस्था चल रही है. आज हमारे देश में कुछ ही मुसलमान हैं, जो वास्तव में अरब देशों से आए हैं, बाकी सभी हिंदू हैं. जिन्हें उस समय जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया गया था. यह आजादी से पहले और आजादी के बाद भी जारी रहा. आज फर्क सिर्फ इतना है कि इन घटनाओं और सांठ-गांठ को उजागर किया जा रहा है. विहिप अवैध धर्मांतरण के खिलाफ एक कड़े केंद्रीय कानून की मांग करती रही है. उन्होंने कहा कि धर्मांतरण हमेशा से था, लेकिन इस तरह की सांठ-गांठ और लोग राज्य और केंद्र में सरकार बदलने के बाद ही उजागर हो रहे हैं. ऐसे में धर्म परिवर्तन का जाल फैलना देश में विस्फोटक स्थिति जैसा है. इसके लिए केंद्र सरकार को कड़े कानून लाने चाहिए.