बिलासपुर: एक दिसंबर से शुरू हुई धान की खरीदी का आज अंतिम दिन रहा. अंतिम दिन भी राज्यभर के धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की गई. इस वर्ष राज्य सरकार ने 97 लाख 78 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी प्रदेशभर से की है. जो पिछले साल के मुकाबले 3 लाख मीट्रिक टन अधिक है. लेकिन राज्य सरकार ने जो 1 करोड़ 5 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था वह हासिल नहीं हो सका है. राज्य की भूपेश सरकार ने इस वर्ष 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत की थी और सोमवार 7 फरवरी तक धान की खरीदी की गई. धान खरीदी के अंतिम दिन में भी पूरे राज्य के धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी पूरे दिन होती रही.
राज्य सरकार ने इस वर्ष धान की खरीदी के लिए 1 करोड़ 5 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा था. अंतिम दिन तक 97 लाख 78 हजार मीट्रिक टन धान खरीद लिया गया. लेकिन राज्य सरकार अपने लक्ष्य से पीछे रह गई. राज्य सरकार ने इस वर्ष भी धान की खरीदी में 1 करोड़ 5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा था. सरकार ने इस बार भी रिकॉर्ड धान की ख़रीदी की है और पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पूरे राज्य में धान खरीदी कर राज्य सरकार ने लगभग 97 लाख 78 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की है
पिछले साल भी धान खरीदी का बना था रिकॉर्ड
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर भूपेश सरकार ने पिछले साल भी रिकॉर्ड बनाया था. सरकार ने 2020-21 में 94 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा था और लक्ष्य 92 लाख मैट्रिक टन धान का रखा था. सरकार ने दो लाख मैट्रिक टन धान की अधिक खरीदी कर रिकॉर्ड बना लिया था. लेकिन इस बार राज्य सरकार ने अपने ही रिकॉर्ड को ब्रेक करते हुए तीन लाख मैट्रिक टन धान अधिक खरीद कर नया रिकॉर्ड बनाया है.