बिलासपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल ने अबतक का अपना सर्वकधिक लदान करने का रिकॉर्ड बना लिया है. पिछले वर्षों के मुक़ाबले अधिक लदान रायपुर रेल मंडल ने किया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे पूरे देश मे सर्वाधिक लदान और आय अर्जित करने के मामले में लंबे समय तक नंबर वन रहा है. बिलासपुर जोन साल दर साल लदान में बढ़ोतरी करते रहे है. रायपुर रेल मंडल पिछले कुछ वर्षों में भले ही कई बार लदान में पीछे तो रहा लेकिन फिर अपनी जगह वापस पा लिया है. 20 वर्षो के पश्चात रायपुर मंडल ने अपनी शुरुआत का दुगुना 43.22 मिलियन टन से अधिक माल लदान करने में सफलता हासिल की है.
हर साल माल लदान और राजस्व कमाने में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन ने वर्ष 2021-22 में अब तक का सर्वाधिक माल लदान और राजस्व में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 212 मिलियन टन माल लदान किया. जिससे उसका अपना ही रिकॉर्ड ध्वस्थ्य कर दिया.दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे भारतीय रेल में सबसे ज्यादा लदान और राजस्व प्राप्त करने के लिए पहले से ही कई रिकॉर्ड स्थापित कर चुका है.
इस बार बिलासपुर जोन के तीनों मंडल बिलासपुर, रायपुर और नागपुर ने अपने सारे पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए नया कीर्तिमान हासिल कर लिया है. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 2021-22 वित्तीय वर्ष में 212 मिलियन टन लदान कर 23697 करोड़ रुपये कमाए हैं. जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 187 मिलियन टन माल का लदान किया है. इसी प्रकार इस वर्ष 23,697 करोड़ रुपये का आरंभिक राजस्व अर्जित किया है. जो कि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 की तुलना में 29.11% अधिक है.
रायपुर रेल मंडल ने पिछले वर्ष में अपने लदान संबंधी प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए 31 मार्च 2022 तक 43.22 मिलियन टन की कुल लोडिंग की उपलब्धि हासिल की है. यह पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में की गई लोडिंग से 10.5 प्रतिशत ज्यादा है. इस उपलब्धि का महत्व इस बात से और स्पष्ट हो जाता है क्योंकि इस बार रेक की उपलब्धता अपेक्षाकृत कम थी. इस उपलब्धि को प्राप्त करने में ज़ोन की ट्रेन का परिचालन, व्यवसाय विकास यूनिट (बीडीयू) के माध्यम से निरंतर प्रयास तथा निरंतर निगरानी, ट्रेनों की गति मे वृद्धि प्रभावी रही. विपरीत परिस्थितियों में बेहतर संपर्क नीतियों को ग्राहकोउन्मुख बनाते हुए तथा ग्राहकों से सीधे संपर्क के माध्यम से रायपुर मंडल नए अवसर बनाने में सफल रहा है. साथ ही रायपुर मंडल भारतीय रेल के प्रमुख शीर्ष मंडलों में 8वें स्थान पर रहा है.
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रायपुर मंडल ने अपनी स्थापना के बाद पहली बार 40 मिलियन टन का आंकडा पार किया है. साथ ही वित्तीय वर्ष 2021 -22 में 10.5% से अधिक की वृद्धि हासिल की है. रायपुर रेल मंडल द्वारा कोयला, स्टील प्लांट के लिए रॉ-मटेरियल, पिग आयरन, फिनिश्ड स्टील, आयरन ओर, सीमेंट, फूड ग्रेन फर्टिलाइजर, मिनरल ऑयल, कंटेनर इत्यादि का माल लदान किया है.दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में माल लदान के क्षेत्र में कठिन परिस्थितियों में अभिनव प्रयास कर नए ग्राहकों को रेल की ओर आकर्षित करने में एवं अधिक लदान हासिल सफलता हासिल की है.