बिलासपुर: आम बजट 2021 पेश होने के बाद आमोखास में बजट को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. आम बजट के साथ-साथ रेल बजट को लेकर भी एक्सपर्ट अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ETV भारत ने बजट पेश होने के बाद अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े दो जानकारों से खास चर्चा की.
सवाल- कैसा है बजट ?
जवाब- जानकार महावीर बरगाह बताते हैं कि कोरोना संकट के बीच जब पूरा विश्व आर्थिक संकट झेल रहा है, ऐसे में इस बजट को आम लोगों के बीच सफलतापूर्वक पेश किया गया है. हर बार का बजट जरूरी नहीं कि पैकेज कल्चर वाला बजट हो.
सवाल- क्या बजट से आर्थिक स्थिति सुधारने की कोशिश की गई है ?
जवाब- महावीर का कहना है कि हमारा देश फिलहाल निगेटिव जीडीपी को झेल रहा है. ऐसे में इस बजट के जरिए देश की आर्थिक स्थिति सुधारने की कोशिश की गई है. मसलन कई सेक्टर में अनुदान बढ़ाकर, अलग से टैक्स स्लैब न देकर, ऐसे कई प्रयासों से देश की आर्थिक दशा सुधारने की कोशिश की गई है. आवास के लिए अनुदान बढ़ाना और वन नेशन-वन राशन कार्ड का विभिन्न राज्यों में शुरुआत की बातें निश्चित तौर पर एक सकारात्मक पहल है.
सवाल- क्या स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिए गए मद से खुश हैं ?
जवाब- जानकारों की मानें तो स्वास्थ्य के क्षेत्र में 35 हजार करोड़ का मद एक बिग स्टेप है. इसे कोरोना वैक्सिनेशन के नजरिए से देखा जाए तो आपका बजट आने वाले दिनों में फ्री वैक्सिनेशन के लिए इंडिकेटर के रूप में देखा जा सकता है. यह राहत वाली बात है.
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सवाल- रेलवे के क्षेत्र में क्या मिला ?
जवाब- एक्सपर्ट ने कहा कि रेलवे के क्षेत्र में जरूर ऐसा लग रहा है कि स्थिति निराशाजनक है. प्रदेश के लिहाज से और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के हिसाब से बात करें तो ये बजट हमें हमारी उम्मीदों के अनुरूप नहीं दिख रहा है. आगे यह स्पष्ट होगा कि रेलवे के क्षेत्र में दिए गए मद से कितना हिस्सा छत्तीसगढ़ को मिलता है. हमारे यहां नई ट्रेनें, स्टॉपेज की मांग, यात्री सुविधाओं का विस्तार, नई रेल लाइन जैसे कई महत्वपूर्ण मांग पहले से ही हो रही है.
उम्मीदों के दृष्टिकोण से संतोषजनक: अनमोल
दूसरे एक्सपर्ट अनमोल तिवारी से भी ETV भारत ने चर्चा की. उन्होंने बजट को बहुत हद तक युवाओं के उम्मीदों के दृष्टिकोण से संतोषजनक बताया. उन्होंने कहा कि बजट से मेड इन इंडिया की अवधारणा को बढ़ावा मिला है, जो अच्छी बात है. यह हमारे लिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बेहतर स्टेप है. आज के बजट के बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बेहतरी की उम्मीद भी जगी है.
सवाल- एजुकेशन सेक्टर की दृष्टिकोण से बजट को कैसे देखते हैं?
जवाब- शिक्षा के क्षेत्र में भी क्वालिटी एजुकेशन पर बेहतर एप्रोच दिख रहा है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल पेंडेमिक को देखते हुए बजट ठीक बनाया गया है. बजट के बाद ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में महंगाई की संभावना एक चिंता का विषय है.