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अधिकमास में समग्र ब्राह्मण परिषद की पुरुषोत्तम चर्चा, फेसबुक लाइव से जुड़ेंगे आध्यात्मिक वक्ता - Purushottam discussion of Samagra Brahmin Council

समग्र ब्राह्मण परिषद् छत्तीसगढ़ की ओर से इस साल अधिकमास में 'पुरुषोत्तम चर्चा' का आयोजन किया जा रहा है. यह आध्यात्मिक सत्संग फेसबुक अकाउंट पर लाइव होगा.

Purushottam discussion of Samagra Brahmin Council
समग्र ब्राह्मण परिषद् की पुरुषोत्तम चर्चा
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Published : Sep 18, 2020, 9:51 AM IST

बिलासपुर : समग्र ब्राह्मण परिषद् छत्तीसगढ़ की ओर से इस साल अधिकमास में 'पुरुषोत्तम चर्चा' का आयोजन किया जा रहा है. हर दिन के अंतराल पर शाम 3:30 से 4:00 बजे तक होने वाला यह आध्यात्मिक सत्संग समग्र ब्राह्मण परिषद् छत्तीसगढ़ के सभी फेसबुक अकाउंट पर लाइव होगा. वर्तमान परिस्थिति में संपूर्ण विश्व में फैले कोरोना महामारी के दृष्टिकोण से सावधानी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संगठन द्वारा सोशल मीडिया को माध्यम बनाया गया है.

Purushottam discussion of Samagra Brahmin Council
समग्र ब्राह्मण परिषद् की पुरुषोत्तम चर्चा

समग्र ब्राह्मण युवा परिषद् बिलासपुर के जिला सचिव पं‌. शिवम अवस्थी ने इस कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि शास्त्रों के अनुसार हर तीसरे साल सर्वोत्तम यानी पुरुषोत्तम मास की उत्पत्ति होती है. इस वर्ष 18 सितंबर 2020 शुक्रवार से अधिकमास या पुरुषोत्तम मास शुरू हो रहा है, जो 16 अक्टूबर 2020 को समाप्त होगा. भारतीय गणना पद्धति के अनुसार हर सूर्य वर्ष 365 दिन और करीब 6 घंटे का होता है, वहीं चंद्र वर्ष 354 दिनों का माना जाता है. दोनों वर्षों के बीच लगभग 11 दिनों का अंतर होता है, जो हर तीन वर्ष में लगभग 1 मास के बराबर हो जाता है. इसी अंतर को पाटने के लिए हर तीन साल में एक चंद्र मास अस्तित्व में आता है, जिसे अतिरिक्त होने के कारण अधिकमास का नाम दिया गया है.

पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम

अधिकमास के अधिपति स्वामी भगवान विष्णु माने जाते हैं. पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम है, इसलिए अधिकमास को पुरुषोत्तम मास के नाम से भी पुकारा जाता है. इस विषय में एक बड़ी ही रोचक कथा पुराणों में पढ़ने को मिलती है. कहा जाता है कि भारतीय मनीषियों ने अपनी गणना पद्धति से हर चंद्र मास के लिए एक देवता निर्धारित किए. अधिकमास सूर्य और चंद्र मास के बीच संतुलन बनाने के लिए प्रकट हुआ, तो इस अतिरिक्त मास का अधिपति बनने के लिए कोई देवता तैयार ना हुआ. ऐसे में ऋषि-मुनियों ने भगवान विष्णु से आग्रह किया कि वे ही इस मास का भार अपने ऊपर लें.

पढ़ें : डोंगरगांव: एलपीजी गैस रिफिलिंग के लिए ऑनलइन पेमेंट से उपभोक्ता परेशान, ABVP ने SDM को सौंपा ज्ञापन

भगवान विष्णु ने इस आग्रह को स्वीकार कर लिया और इस तरह यह मलमास के साथ पुरुषोत्तम मास भी बन गया. इस साल परिस्थितियों सहित पुरुषोत्तम माह विशेष के शास्त्र उल्लिखित महत्व को ध्यान में रखते हुये संगठन के प्रदेश प्रवक्ता आचार्य पं. राजेन्द्र कृष्ण पांडेय के संयोजन में छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के आध्यात्मिक वक्ताओं द्वारा फेसबुक लाइव के माध्यम से वेदों और पुराणों में वर्णित सनातन धर्म आधारित विभिन्न विषयों की जानकारी धर्मानुरागियों तक पहुंचाई जाएगी.

'संस्कार संवर्धन' का हुआ था सफल आयोजन

इसके पहले भी इस वैश्विक महामारी के समयावधि में संगठन ने 3 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए सोशल साइट पर ही ग्रीष्मकालीन "संस्कार संवर्धन" का सफल आयोजन किया था. इसके अलावा ब्राह्मण समाज और सनातन धर्म हित में प्रत्यक्ष और डिजिटल स्तर पर सराहनीय गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है.

पढ़ें : NSUI के जिला अध्यक्ष की रंग लाई मेहनत, छात्रों को मिला उत्तर पुस्तिका जमा करने का समय

समग्र ब्राह्मण मातृशक्ति परिषद् छत्तीसगढ़ की प्रदेश उपाध्यक्ष शशि द्विवेदी और प्रदेश संयुक्त सचिव नीलिमा तिवारी ने जानकारी दी कि फेसबुक लाइव "पुरुषोत्तम चर्चा" में पं. प्रेम पांडेय (दुर्ग), पं. गोविन्द माधव पांडेय (रायपुर), पं. रुपेन्द्र शास्त्री (डोंगरगांव), पं. आकाश मिश्रा (लखनपुर), पं. राजेन्द्र तिवारी (वृंदावन), पं. धनेश्वर प्रसाद पांडेय (कोरबा), पं. गौरव जोशी (बिलासपुर), पं. नरेन्द्र पांडेय (अमरकंटक), श्रीमती श्रद्धा पांडेय (दुर्ग), बाल व्यास पं. तिलेन्द्र महराज, पं. रवि तिवारी (रतनपुर), कवि पं. आशुतोष "आनंद" दुबे (पेन्ड्रा), पं. नीरज शुक्ला (कोरबा), पं. निखिल तिवारी (बिलासपुर) और पं. दिव्यानंद तिवारी (रायगढ़) प्रत्येक एक दिन के अंतराल पर शाम 3:30 से 4:00 बजे तक भागवत चरित्र और सनातन धर्म से जुड़े विषयों पर आख्यान प्रस्तुत करेंगे.

बिलासपुर : समग्र ब्राह्मण परिषद् छत्तीसगढ़ की ओर से इस साल अधिकमास में 'पुरुषोत्तम चर्चा' का आयोजन किया जा रहा है. हर दिन के अंतराल पर शाम 3:30 से 4:00 बजे तक होने वाला यह आध्यात्मिक सत्संग समग्र ब्राह्मण परिषद् छत्तीसगढ़ के सभी फेसबुक अकाउंट पर लाइव होगा. वर्तमान परिस्थिति में संपूर्ण विश्व में फैले कोरोना महामारी के दृष्टिकोण से सावधानी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संगठन द्वारा सोशल मीडिया को माध्यम बनाया गया है.

Purushottam discussion of Samagra Brahmin Council
समग्र ब्राह्मण परिषद् की पुरुषोत्तम चर्चा

समग्र ब्राह्मण युवा परिषद् बिलासपुर के जिला सचिव पं‌. शिवम अवस्थी ने इस कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि शास्त्रों के अनुसार हर तीसरे साल सर्वोत्तम यानी पुरुषोत्तम मास की उत्पत्ति होती है. इस वर्ष 18 सितंबर 2020 शुक्रवार से अधिकमास या पुरुषोत्तम मास शुरू हो रहा है, जो 16 अक्टूबर 2020 को समाप्त होगा. भारतीय गणना पद्धति के अनुसार हर सूर्य वर्ष 365 दिन और करीब 6 घंटे का होता है, वहीं चंद्र वर्ष 354 दिनों का माना जाता है. दोनों वर्षों के बीच लगभग 11 दिनों का अंतर होता है, जो हर तीन वर्ष में लगभग 1 मास के बराबर हो जाता है. इसी अंतर को पाटने के लिए हर तीन साल में एक चंद्र मास अस्तित्व में आता है, जिसे अतिरिक्त होने के कारण अधिकमास का नाम दिया गया है.

पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम

अधिकमास के अधिपति स्वामी भगवान विष्णु माने जाते हैं. पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम है, इसलिए अधिकमास को पुरुषोत्तम मास के नाम से भी पुकारा जाता है. इस विषय में एक बड़ी ही रोचक कथा पुराणों में पढ़ने को मिलती है. कहा जाता है कि भारतीय मनीषियों ने अपनी गणना पद्धति से हर चंद्र मास के लिए एक देवता निर्धारित किए. अधिकमास सूर्य और चंद्र मास के बीच संतुलन बनाने के लिए प्रकट हुआ, तो इस अतिरिक्त मास का अधिपति बनने के लिए कोई देवता तैयार ना हुआ. ऐसे में ऋषि-मुनियों ने भगवान विष्णु से आग्रह किया कि वे ही इस मास का भार अपने ऊपर लें.

पढ़ें : डोंगरगांव: एलपीजी गैस रिफिलिंग के लिए ऑनलइन पेमेंट से उपभोक्ता परेशान, ABVP ने SDM को सौंपा ज्ञापन

भगवान विष्णु ने इस आग्रह को स्वीकार कर लिया और इस तरह यह मलमास के साथ पुरुषोत्तम मास भी बन गया. इस साल परिस्थितियों सहित पुरुषोत्तम माह विशेष के शास्त्र उल्लिखित महत्व को ध्यान में रखते हुये संगठन के प्रदेश प्रवक्ता आचार्य पं. राजेन्द्र कृष्ण पांडेय के संयोजन में छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के आध्यात्मिक वक्ताओं द्वारा फेसबुक लाइव के माध्यम से वेदों और पुराणों में वर्णित सनातन धर्म आधारित विभिन्न विषयों की जानकारी धर्मानुरागियों तक पहुंचाई जाएगी.

'संस्कार संवर्धन' का हुआ था सफल आयोजन

इसके पहले भी इस वैश्विक महामारी के समयावधि में संगठन ने 3 से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए सोशल साइट पर ही ग्रीष्मकालीन "संस्कार संवर्धन" का सफल आयोजन किया था. इसके अलावा ब्राह्मण समाज और सनातन धर्म हित में प्रत्यक्ष और डिजिटल स्तर पर सराहनीय गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है.

पढ़ें : NSUI के जिला अध्यक्ष की रंग लाई मेहनत, छात्रों को मिला उत्तर पुस्तिका जमा करने का समय

समग्र ब्राह्मण मातृशक्ति परिषद् छत्तीसगढ़ की प्रदेश उपाध्यक्ष शशि द्विवेदी और प्रदेश संयुक्त सचिव नीलिमा तिवारी ने जानकारी दी कि फेसबुक लाइव "पुरुषोत्तम चर्चा" में पं. प्रेम पांडेय (दुर्ग), पं. गोविन्द माधव पांडेय (रायपुर), पं. रुपेन्द्र शास्त्री (डोंगरगांव), पं. आकाश मिश्रा (लखनपुर), पं. राजेन्द्र तिवारी (वृंदावन), पं. धनेश्वर प्रसाद पांडेय (कोरबा), पं. गौरव जोशी (बिलासपुर), पं. नरेन्द्र पांडेय (अमरकंटक), श्रीमती श्रद्धा पांडेय (दुर्ग), बाल व्यास पं. तिलेन्द्र महराज, पं. रवि तिवारी (रतनपुर), कवि पं. आशुतोष "आनंद" दुबे (पेन्ड्रा), पं. नीरज शुक्ला (कोरबा), पं. निखिल तिवारी (बिलासपुर) और पं. दिव्यानंद तिवारी (रायगढ़) प्रत्येक एक दिन के अंतराल पर शाम 3:30 से 4:00 बजे तक भागवत चरित्र और सनातन धर्म से जुड़े विषयों पर आख्यान प्रस्तुत करेंगे.

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