बिलासपुर: कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मार्च में किए गए लॉकडाउन के बाद से कई सेंक्टर्स को सरकार ने राहत दी है, लेकिन कई ऐसे सेक्टर हैं जो अब भी सरकार के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. निजी कोचिंग सेंटर और स्किल डेवलपमेंट सेंटर फिलहाल पूरी तरह से बंद पड़े हैं. ऐसे में संचालकों में सरकार के प्रति आक्रोश है. शनिवार को निजी कोचिंग सेंटर के संचालकों ने बिलासपुर पुराना बस सटैंड में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
निजी कोचिंग सेंटर संचालकों ने सड़क पर सब्जी और चाय बेचकर विरोध प्रदर्शन किया है. कुछ वक्त पहले बेरोजगारों को रोजगार के काबिल बनाने वाले कोचिंग सेंटरों के बंद होने से यहां काम करने वाले कई लोगों के रोजगार भी प्रभावित हुए हैं. कोचिंग सेंटर संचालकों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है. ऐसे में सरकार पर अनदेखी के आरोप लग रहे हैं. संचालकों ने सरकार से मांग की है कि उनके लिए भी गाइड लाइन और दिशा निर्देश दिए जाए, ताकि कोंचिंग सेंटरों को दोबारा से खोला जा सके. सरकार को जल्द इस ओर फैसला लेना चाहिए.
संचालकों का कहना है कि अनलॉक प्रक्रिया के तहत लगभग सभी संस्थानों को खोल दिया गया है, लेकिन अब तक कोचिंग सेंटर की ओर ध्यान नहीं दिया गया है. लिहाजा 3 से 4 महीने बिना रोजगार के निकल गए हैं. ऐसे में पैसों की कमी से जूझ रहे हैं. संचालकों ने बताया कि कई सेक्टरों को खोलने के लिए सरकार ने गाइड लाइन जारी किए थे, लेकिन निजी कोचिंग सेंटरों की बात की जाए तो सरकार ने इस ओर अनदेखी की है.
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बता दें, सरकार ने ऑनलॉक के तहत कई सेक्टर्स को खोलने की इजाजत दे दी है. जिसके लिए जरूरी दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं, लेकिन फिर भी कई सेक्टर में ताला लगा है. निजी बसों के संचालन की मांग पर सरकार ने हरी झंडी दिखाई थी, लेकिन अब भी यह सेवा पूरी तरह से शुरू नहीं हो पा रही हैं. बस संचालकों का कहना है कि सरकार की गाइड लाइन सख्त है. ऐसे में देखना होगा की आखिर कोचिंग सेंटर कब शुरू हो पाते हैं.