बिलासपुर: बहुचर्चित नान घोटाले के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. दायर जनहित याचिकाओं में से एक याचिकाकर्ता और अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने कोर्ट में हुई बहस के दौरान बताया कि एसीबी की ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई के बाद भी साक्ष्यों की सही तरीके से जांच नहीं हो पाई.
सुदीप श्रीवास्तव ने कोर्ट को बताया कि एसीबी ने जिन दो आईएएस और एमडी पर कार्रवाई की, वो सही थी, लेकिन इसमें बड़े चेहरों को छोड़ देना ठीक नहीं है. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इस घोटाले का साक्ष्य जिस लाल डायरी में था, वही डायरी गायब है. कोर्ट से मांग की गई है कि इस घोटाले की एसआईटी या कोर्ट की निगरानी में जांच हो, ताकि सभी पहलुओं की जांच सही तरीके से हो सके.
नान घोटाले पर सीएम बघेल बोले- सभी जानना चाहते हैं सीएम मैडम कौन हैं ?
15 जनवरी को होगी अगली सुनवाई
शनिवार यानी 9 जनवरी को हुई बहस के बाद अब अगले शुक्रवार यानी 15 जनवरी को फिर इसी स्पेशल बेंच में बहस की जाएगी. गौरतलब है कि हाईकोर्ट में इस बहुचर्चित मामले पर सुनवाई के लिए स्पेशल डिवीजन बेंच गठित की गई है. जस्टिस पी सैम कोशी और जस्टिस पीपी साहू की डिवीजन बेंच सिर्फ इस मामले पर ही सुनवाई करती है.
सीएम बघेल ने पूछा था- कौन हैं सीएम मैडम
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि नान घोटाला बीजेपी के कार्यकाल में हुआ, जांच हुई, गिरफ्तारी हुई. जब जांच के दायरे का विस्तार करने की बात हुई, तब धरमलाल कौशिक ने पीआईएल लगा दी. हम जानना चाहते हैं कि किसके पास कितना पैसा गया है, वह निकलकर सामने आए. कौन है वह सीएम मैडम, सभी जानना चाहते हैं ? मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सियासत गर्मा गई है.