बिलासपुर: टिकरापारा निवासी निशा सिंह की मौत के मामले में अपोलो प्रबंधन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. युवती की मौत के बाद शहरभर में अपोलो प्रबंधन का विरोध देखने को मिल रहा है. युवती के परिजनों ने शुक्रवार को अपोलो प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए थे. साथ ही परिजनों ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जांच की अपील की थी, जिसके बाद सिंहदेव ने भी ट्वीट कर जांच की बात कही है.
दरअसल, बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में निशा सिंह की मौत हो गई थी. जिसपर परिजनों ने हॉस्पिटल मैनेजमेंट पर इलाज में घोर लापरवाही और रुपयों के लिए गलत इलाज करने के गंभीर आरोप लगाए थे. वहीं रविवार को लोगों ने निशा को न्याय दिलाने के लिए निजी अस्पातल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लोगों का कहना है कि लापरवाह प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
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अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
मृतक युवती के परिजनों ने पहले भी एसडीएम को स्वास्थ्य मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी, उसके बाद सरकंडा थाने में अपोलो के डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई. वहीं रविवार को शहर के कई समाज सेवकों और बड़ी संख्या में युवाओं ने अपोलो अस्पताल के खिलाफ नारेबाजी किया. साथ ही आपोलो के सामने खड़े होकर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
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अपोलो प्रबंधन पर लोगों ने लगाए गंभीर आरोप
समाज सेवियों ने बताया कि निशा सिंह एक्सीडेंट का इलाज कराने के लिए अपोलो पहुंची थी, लेकिन अपोलो प्रबंधन की लापरवाही से उसकी जान चली गई. अब लोग अपोलो प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं अब तक इस मामले में अपोलो प्रबंधन ने अपना पक्ष सामने नहीं रखा है. रविवार को बारिश के बीच अपोलो के खिलाफ जनता का गुस्सा साफ देखने को मिला. लोगों ने अपोलो पर एक बार फिर आरोप लगाते हुए कहा कि अपोलो प्रबंधन सिर्फ पैसे से प्यार करता है, हमेशा मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ करता है.