गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पुलिस प्रशासन लोगों से कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करा रही है. लॉकडाउन की वजह से सभी दुकानें बंद है. कई परिवार ऐसे हैं जहां कमाने वाले घर बैठ गए हैं. ऐसे में कोटमी पुलिस लोगों की मदद के लिए आगे आ रही है. पुलिस ने 12 परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध कराया है.
पुलिस नियमों का पालन कराने के साथ ही अपना मानवीय कर्तव्य भी निभा रही है. कोटमी पुलिस कानून व्यवस्था संभालने के साथ ही जरूरतमंद परिवारों को मदद पहुंचा रही है. कोटमी चौकी प्रभारी योगेश अग्रवाल ने 12 परिवारों के 50 सदस्यों को सूखा राशन उपलब्ध कराया.पुलिस को जानकारी लगी कि कोटमी गांव में घुमंतू सपेरा समुदाय के लोग कई महीनों से डेरा जमा कर गुजर बसर कर रहे हैं. लॉकडाउन के बाद सभी वहीं फंस गए हैं.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की निःस्वार्थ सेवा अनाज बैंक समिति कर रही लोगों की मदद
योगेश अग्रवाल ऐसे परिवार का हालचाल जानने उनके डेरे पर पहुंचे. इन परिवारों ने पुलिस के सामने अपनी समस्याएं रखी. चौकी प्रभारी ने आसपास के ग्रामीणों से संपर्क कर लोगों के सहयोग से परिवार के सदस्यों को सूखा राशन वितरित किया.
अनाज बैंक समिति निभा रही भूमिका
जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल के संरक्षण में बनी निःस्वार्थ सेवा अनाज बैंक समिति गरीबों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है. कोरोना काल में ये समिति गरीबों को मुफ्त राशन और एम्बुलेंस के साथ ही ऑक्सीजन की सुविधा भी उपलब्ध करा रही है. निःस्वार्थ सेवा समिति ने गौरेला पेंड्रा मरवाही में निःशुल्क 250 परिवारों को राशन पहुंचाया है.