गौरेला पेंड्रा मरवाही : पेंड्रा से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर बस्ती बगरा गांव के पास पहाड़ियों के बीच स्थित बम्हनी नदी की कल बहती धारा में झोझा जलप्रपात इन दिनों अपने पूरे सबाब पर (Jhojha water Fall of Brahmani River in Pendra) है. लगभग 100 फुट की ऊंचाई से गिरते झरने और खूबसूरत नजारे को देखकर हर कोई का मन मोह लेता है. हालांकि जल प्रपात तक पहुंचने के लिए लोगों को लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पैदल पगडंडियों के रास्ते तय करना पड़ता है. जो काफी कष्टदायक है. स्थानीय प्रशासन को चाहिए जल प्रपात तक सड़क के साथ रुकने और खाने पीने की व्यवस्था हो सके ताकि पर्यटकों को परेशानी ना (non roads to Jhojha water Fall of Brahmani River) हो.
कहां है झोझा जलप्रपात : गौरेला के अंतिम छोर पर बस्तीबगरा ग्राम पंचायत के खोडरी वन परिक्षेत्र (Pendra Khodari forest area ) में झोझा जल प्रपात आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.इन दिनों बरसात में बम्हनी नदी में स्थित झोझा जल प्रपात 100 फुट की ऊंचाई से गिरता है. हरे भरे खूबसूरत पहाड़ियों के बीच से बम्हनी नदी की धार की कल कल करती 100 फीट की ऊंचाई से गिरती है तो हर किसी का मन मोह लेती है. 100 फुट की ऊंचाई से गिरते झरने का मनोरम दृश्य देखकर हर किसी का मन मोह जाता है.
सुविधाएं नहीं होने से परेशानी : झोझा जलप्रपात अपनी छटा के कारण सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देता है. हालांकि दुर्गम पहाड़ियों के बीच पथरीली पगडंडियों से होते हुए लगभग 2 किलोमीटर का पैदल रास्ता यहां पर पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए कष्ट भरा है. सुविधाएं नहीं होने से पर्यटकों को यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
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दोबारा नहीं आते सैलानी : भले ही जलप्रपात काफी मनोरम है और लोग इसे देखने के लिए दूर दूर से आते हैं.लेकिन यहां आने के बाद वो दोबारा इस जगह में आने के बारे में सौ बार सोचते हैं.क्योंकि जलप्रपात तक आने वाला पहुंच मार्ग काफी खराब है.वहीं किसी भी तरह की व्यवस्था ना होने से सैलानी परेशान होते हैं. ऐसे में शासन को चाहिए कि इस जगह को पर्यटन के नक्शे में विकसित करने के लिए सुविधाएं जुटाए ताकि सैलानी हर बार यहां आने की कोशिश (pendra news today) करें.