बिलासपुर : नवरात्र के शुरुआती दिनों में ही महामाया की नगरी रतनपुर में भक्तों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है. मां के दरबार में शेरोंवाली के जयकारे के साथ भक्तजन भजन- कार्तन में डूबे नजर आ रहे है. लोगों का मानना है कि यहां बैठी मां महामाया देवी के आशीर्वाद से सारे संकट दूर हो जाते हैं. रतनपुर में दूर-दूर से भक्तजन पहुंचते हैं.
मां महामाया सिद्धपीठ के रूप में प्रतिष्ठित हैं. लोगों की मान्यता है कि यहां जो कोई भी सच्चे मन से देवी की आराधना करता है उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है. वैसे तो महामाया मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन नवरात्रि के नौ दिन यहां अलग ही रौनक देखने को मिलती है.
भंडारे का आयोजन
आज नवरात्र का तीसरा दिन है और आज मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी. नवरात्र के उपलक्ष्य में सुबह 7 बजे और रात 8 बजे मां महामाया को भोग लगाने के बाद आरती का आयोजन किया जा रहा है. इससे पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है. दूर- दूर से लोग आरती में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. इस बार रतनपुर में 31 हजार से अधिक मनोकामना दीप जलाए गए हैं. नवरात्र के सप्तमी को बढ़ी तादाद में लोग पदयात्रा कर मंदिर पहुंचते हैं. रतनपुर में भक्तों के लिए विशेष सुरक्षा और भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है.