बिलासपुर: ETV भारत ने जिले को उन लोगों को दिखाया था जो खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर थे. खबर दिखाए जाने के बाद मिथिलांगन परिवार के सदस्यों ने जरूरतमंदों दर्जनों लोगों को कंबल बांटा है.
बिलासपुर में ठंड का सितम जारी है. इस बीच ETV भारत की टीम शहर में प्रशासन की ओर से ठंड के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंची थी. टीम ने पाया था कि शहर के फुटपाथ या सड़क किनारे सोने वाले लोगों के लिए प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं. शहर में ऐसे सैकड़ों की तादाद में लोग मिले, जो इस कड़ाके की सर्दी में भी सड़क पर रात गुजारने को मजबूर थे. इनके पास रहने के लिए घर नहीं था. मजबूरी में इन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ रही थी. इनके पास प्रशासन का कोई नुमाइंदा भी नहीं पहुंचा था, जो इनका हाल जाने और कुछ मदद करें.
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सर्दी में ठिठुर रहे लोग
ETV भारत ने पुराने बस स्टैंड और बिलासपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र का जब जायजा लिया, तो यहां ज्यादातर ऐसे बेबस लोगों की अच्छी-खासी संख्या दिखी, जो कंपकंपाती ठंड में भी रोड पर रात गुजार रहे हैं. दर्जनों रिक्शाचालक ठंड में ठिठुरते दिखे. उन्होंने बताया कि उनकी कोई सुध लेनेवाला नहीं है. स्टेशन के बाहर बने शेड में भी अगर ये रात गुजारने पहुंचते हैं, तो इन्हें स्थानीय पुलिस के डंडे का सामना करना पड़ता है. फिर मजबूरन उन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ती है.
भूखी-प्यासी दिखीं थी महिलाएं
पड़ताल के दौरान ETV भारत को कुछ महिलाएं भी मिली थी, जो घर से निकाल दी गई थी. वे सभी स्टेशन के पास भूखी-प्यासी दिखी. इनके पास न अलाव की व्यवस्था है और न ही गर्म कपड़ों की. पहले इन्हें कोरोना काल में काम के संकट ने परेशान कर रखा था, अब सर्दी के सितम से इनकी परेशानी और बढ़ गई है.