बिलासपुर: छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल को बिलासपुर की कमान सौंपी गई है. हाल के दिनों में भूपेश सरकार ने बड़े बदलाव करते हुए मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में बदलाव किया था. इस फेरबदल के बाद पहली बार मंत्री जयसिंह अग्रवाल बिलासपुर पहुंचे. (Jaisingh Agarwal visit to Bilaspur) इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर स्वागत किया. जयसिंह अग्रवाल ने जिले के विभागीय कामकाज को लेकर अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली है. (Minister Jaisingh Agrawal took review meeting ) उन्होंने शासकीय योजनाओं को अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचाने की बात कही है.
'तीन जिलों में आदमी रखेंगे'
जयसिंह अग्रवाल को बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का प्रभार मिला है. जयसिंह अग्रवाल ने कहा है कि जिलों के लोगों की बात सुनने के लिए एक-एक आदमी अलग-अलग जिलों के रखेंगे. एक अधिकारी रायपुर में बैठेगा, जो प्रभारी जिलों की समस्याओं को सुनेगा. ये अधिकारी रायपुर में उनके निवास कार्यालय में बैठेगा. जिसके जरिए समस्याओं को हल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमने मरवाही को 4 महीने में बदला है. ढाई साल का समय बहुत लंबा है, इसलिए जिले में बहुत बदलाव होंगे.
पहले दिन अधिकारियों की बैठक
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली है. इस दौरान उन्होंने कई कार्यों की जानकारी ली है. साथ ही कई मामलों को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने बिलासपुर पेण्ड्रीडीह बायपास, तिफरा फ्लाईओवर, शिवघाट, पचरीघाट बैराज और अरपा नदी के दोनों ओर सड़क निर्माण की जानकारी ली है. बिलासपुर स्मार्ट सिटी योजना (Bilaspur Smart City Scheme ) के अंतर्गत 93 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से अरपा नदी के दोनों ओर सड़क निर्माण और सौंदर्यीकरण योजना की जानकारी ली. शिवघाट, पचरीघाट बैराज की भी जानकारी ली है.
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अधिकारी ने दी जानकारी
- नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि योजना के अंतर्गत नदी के दोनों किनारों पर इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक 1.80 किलोमीटर की फोरलेन सड़क बनाई जाएगी.
- कमिश्नर ने बताया कि वर्तमान में डिसिल्टिंग का कार्य किया जा रहा है.
- अब तक 1 लाख 20 हजार क्यूबिक मीटर सिल्ट निकाला जा चुका है. इस सिल्ट का उपयोग सड़क बनाने में फिलर सामग्री के रूप में किया जाएगा.
- जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि शिवघाट का कार्य 25 प्रतिशत और पचरीघाट बैराज का कार्य 15 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है.
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने दिए निर्देश
प्रभारी मंत्री अग्रवाल ने शिवघाट और पचरीघाट बैराज के कार्य (Works of Shivghat and Pacharighat Barrage) को जून 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है. उन्होंने कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों की भी समीक्षा की. अग्रवाल ने कहा कि विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि कोविड की तीसरी लहर भी आ सकती है. उन्होंने इससे निपटने के लिए ठोस रणनीति बनाते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में स्वामी आत्मानंद स्कूल, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, गोधन न्याय योजना, लोक सेवा गारंटी, महात्मा गांधी नरेगा सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की है.
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इन मंत्रियों के प्रभार जिले बदले गए
- प्रेमसाय सिंह टेकाम- रायगढ़ और कोरबा
- मो. अकबर- दुर्ग
- कवासी लखमा- बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंडागांव और नारायणपुर
- शिवकुमार डहरिया- सरगुजा, बलरामपुर और सूरजपुर
- अनिला भेड़िया- कांकेर और धमतरी
- गुरु रुद्र कुमार- मुंगेली और सुकमा
- जयसिंह अग्रवाल- बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
- उमेश पटेल- बलौदाबाजार, बालोद और जशपुर
- अमरजीत भगत- राजनांदगांव और गरियाबंद