बिलासपुर: लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों की संख्या में रोज प्रवासी मजदूर अपने राज्य लौट रहे हैं. प्रशासन की कोशिशों के बावजूद ये सिलसिला नहीं रुक पा रहा है. लॉकडाउन के दूसरे दौर में प्रवासियों के घर लौटने के मामले तेजी से बढ़े हैं. लॉकडाउन में साधन न मिलने की स्थिती में प्रवासी सर पर बोरा औऱ समान लिए पैदल ही निकल रहे हैं.
ऐसा नहीं है कि, सरकार प्रवासियों के रहने-खाने की व्यवस्था नहीं कर रही. सरकार ने मजदूर तबके के लोगों को विशेष पैकेज देकर राहत देने की कोशिश की है. लेकिन सारी कोशिश नाकाम साबित होती दिख रही हैं.
राजधानी और आस-पास के मजदूर
बता दें कि बाहर से राजधानी रायपुर और बिलासपुर के आस-पास के इलाकों में छोटी फैक्ट्रियों मे काम करने बड़ी संख्या में मजदूर आते हैं. इनके बंद होने से मजदूर परेशान हैं. रोजगार न होने के कारण शहरों से घरों की ओर निकल रहे हैं.
दिन-रात पलायन की तस्वीर
बिलासपुर में लगातार प्रवासियों का पलायन देखा जा सकता है. दिन-रात लोग अंबिकापुर पेंड्रा के रास्तों मे चलते दिख रहे हैं, लोग सैकड़ों किलोमीटर चलने को मजबूर हैं. लगातार पलायन कर रहे हैं. किसी को उत्तरप्रदेश, किसी को बिहार तो किसी को झारखंड पहुंचना है.
सफर में नहीं है कोई ठिकाना
प्रवासियों के इतने लंबे सफर में न खाने का इंतजाम है. न ही उनके कहीं रूकने का ठिकाना है. आलम ये है कि पैरों में छाले पड़ चुके हैं. फिर भी लोग चले जा रहे हैं. ताकि जल्द से जल्द घर पहुंच सकें