बिलासपुर : पुलिस की नारकोटिक्स सेल और सरकंडा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर म्याऊ-म्याऊ (Meow-meow drug business in Bilaspur) उर्फ मौली उर्फ एमडीएमए नशे के कारोबारी गिरोह का पर्दाफाश कर (Meow meow drug business exposed in Bilaspur) लिया है. पुलिस ने एमडीएमए नशे के कारोबार से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. तीनों आरोपी पेडलर के अलावा नशे के आदी हैं. गिरफ्तार आरोपियों में एक बिलासपुर का रहने वाला है, जबकि दो अन्य आरोपी रायपुर के रहने वाले हैं. वहीं रायपुर में रहने वाला एक आरोपी दिल्ली का रहने वाला है.
भिलाई-रायपुर के नाइट क्लब में काम करता था आरोपी
मामले का खुलासा करते हुए एसपी पारुल माथुर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति राजकिशोर नगर में नशे का सामान एमडीएमए लेकर घूम रहा है. पुलिस टीम ने घेराबंदी कर मौके से अश्वनी साहू नामक युवक को हिरासत में ले लिया. उसके बैग की तलाशी के दौरान में 3.50 ग्राम म्याऊ-म्याऊ बरामद किया गया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह भिलाई और रायपुर के प्रमुख नाइट क्लब में काम करता था. इसी दौरान उसका संपर्क एमडीएमए के सौदागरों से हुआ. दोनों ड्रग्स की पेडलिंग करते हैं.
गिरफ्तार आरोपियों में से एक दिल्ली का
अश्वनी साहू की निशानदेही पर रायपुर पहुंची बिलासपुर पुलिस ने आदर्श अग्रवाल और आकाश भरद्वाज को गिरफ्तार किया है. आदर्श अग्रवाल एमएमआई अस्पताल कैंपस लालपुर थाना राजेंद्र नगर रायपुर में रहता है. जबकि दूसरा आरोपी आकाश भारद्वाज मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है. आकाश भारद्वाज ने पुलिस को बताया कि अपने दोस्तों के साथ एमडीएमए लेता था. बाद में उसकी सप्लाई करने लगा. वह आदर्श अग्रवाल और अश्वनी साहू के माध्यम से एमडीएमए की सप्लाई ग्राहकों तक करवाता था. खुद अपनी पहचान छिपाकर रायपुर में रहने लगा. आरोपियों से कुल 11.5 ग्राम एमडीएमए यानी मैथिलीन डाई ऑक्सीमेथेंन फेंटा माइन बरामद किया गया. तीनों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया.