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Rakshabandhan 2022: रक्षाबंधन पर बाजार गुलजार, महंगाई के बावजूद रौनक

भाई बहनों के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन त्यौहार की वजह से बाजार में रौनक (Market buzzing before Rakshabandhan festival) है. बहनें अपने भाइयों के लिए राखी और मिठाई खरीदने घरों से बाहर निकल रहीं हैं. राखी और मिठाई के दामों में बढ़ोतरी के बावजूद बाजार में रौनक है.

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Published : Aug 10, 2022, 6:08 PM IST

Rakshabandhan 2022
रक्षाबंधन 2022

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक रक्षाबंधन पर्व के चलते बाजार में रौनक (Market buzzing before Rakshabandhan festival) देखने को मिल रही है. बाजारों में लोग रक्षाबंधन के पर्व से जुड़ी खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. रक्षाबंधन पर राखियों की दुकानों के साथ साथ मिठाइयों और फलों की दुकानों पर भीड़ नजर आ रही है.

कब है शुभ मुहूर्त: इस बार रक्षाबंधन का पर्व किस तारीख को मनाया जाए, इसे लेकर थोड़ी असमंजस की स्थिति जरूर है. हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है. इस बार 11 अगस्त यानी गुरुवार के दिन 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 12 अगस्त को शुक्रवार सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी. यही कारण है कि ज्योतिषाचार्य 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन का पर्व मनाने की बात कहते नजर आ रहे हैं.

रक्षाबंधन पर बाजार गुलजार

राखी त्यौहार पर पड़ी महंगाई की मार: रक्षाबंधन का पर्व कल 11 अगस्त (Rakshabandhan 2022) को मनाया जाएगा. इससे पहले लोग बाजार में अपनी अपनी जरूरतों का सामान खरीदते नजर आ रहे हैं. वहीं इस बार बाजार में राखियों के दाम पिछले सालों की अपेक्षा बढ़े हुए हैं. महंगाई की मार इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर पड़ती नजर आ रही है. जहां राखियों के दामों में पिछले सालों के मुकाबले इस साल काफी उछाल देखा जा रहा है. ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों के मद्देनजर पेंड्रा (gorela pendra marwahi) के बाजारों में ₹5 से लेकर ₹500 मूल्य तक की राखियां बाजारों में उपलब्ध है. सभी अपने अपने हिसाब से राखियां खरीद रहे हैं.

रंग बिरंगी राखियों से सजी दुकानें: रक्षाबंधन को लेकर राखियों (rakhi) का बाजार भी सज गया है बाजार में फैंसी राखियों के साथ ही समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए गोबर और धान की राखियों के साथ ही सराफा बाजार में सोने और चांदी की राखियां अलग-अलग डिजाइन, और वजन के हिसाब से सस्ती से लेकर महंगे दामों तक उपलब्ध है. इस बार बाजार में राम नाम लिखी राखी भी देखने को मिली जिसे भी काफी पसंद किया जा रहा है. वहीं फेसबुक में बने भाइयों के लिए भी फेसबुक भाई राखी उपलब्ध है.

यह भी पढ़ें: Rakshabandhan 2022 : रायपुर में दिव्यांग महिलाएं बना रहीं अनोखी राखियां

बाजार की रौनक से कारोबारी खुश: कोरोना काल के 2 साल बाद बाजार में नजर आ रही रौनक व्यापारियों के लिए भी राहत लेकर आई है. हालांकि 2 दिनों से रूक रूक कर हो रही बारिश ने बाजार पर जरूर असर डाला है. फिर भी भाई बहन राखियां और मिठाई खरीदने बाजार पहुंच रहे हैं. इस बार दुकानदारों को भी अच्छी ग्राहकी होने का अनुमान है. उन्हें लगता है कि "महंगाई जरूर है, पर फिर भी बिक्री ठीक ठाक होगी."


तरह तरह की मिठाइयों से सजी दुकानें: कोरोना काल के बाद बिना पाबंदी के मनाए जा रहे रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2022) के पर्व को लेकर लोग उत्साहित हैं. जिसकी वजह से मिठाई की दुकानदारों एवं हलवाईयों ने इस बार जमकर मिठाई बनाई है. पेंड्रा की बात करें तो यहां की खोवे की जलेबी काफी प्रसिद्ध है, पर इसके साथ मोतीचूर और मगज के लड्डू से लेकर सोने चांदी के वर्क की काजू बादाम की मिठाइयां भी बाजार में उपलब्ध है. बहनें अपने भाइयों के साथ उनकी पसंद की मिठाई लेने दुकानों में आ रही हैं. तो वहीं होटल व्यवसाई भी बाजार को लेकर काफी आशान्वित और उत्साहित हैं.

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक रक्षाबंधन पर्व के चलते बाजार में रौनक (Market buzzing before Rakshabandhan festival) देखने को मिल रही है. बाजारों में लोग रक्षाबंधन के पर्व से जुड़ी खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. रक्षाबंधन पर राखियों की दुकानों के साथ साथ मिठाइयों और फलों की दुकानों पर भीड़ नजर आ रही है.

कब है शुभ मुहूर्त: इस बार रक्षाबंधन का पर्व किस तारीख को मनाया जाए, इसे लेकर थोड़ी असमंजस की स्थिति जरूर है. हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है. इस बार 11 अगस्त यानी गुरुवार के दिन 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 12 अगस्त को शुक्रवार सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी. यही कारण है कि ज्योतिषाचार्य 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन का पर्व मनाने की बात कहते नजर आ रहे हैं.

रक्षाबंधन पर बाजार गुलजार

राखी त्यौहार पर पड़ी महंगाई की मार: रक्षाबंधन का पर्व कल 11 अगस्त (Rakshabandhan 2022) को मनाया जाएगा. इससे पहले लोग बाजार में अपनी अपनी जरूरतों का सामान खरीदते नजर आ रहे हैं. वहीं इस बार बाजार में राखियों के दाम पिछले सालों की अपेक्षा बढ़े हुए हैं. महंगाई की मार इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर पड़ती नजर आ रही है. जहां राखियों के दामों में पिछले सालों के मुकाबले इस साल काफी उछाल देखा जा रहा है. ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों के मद्देनजर पेंड्रा (gorela pendra marwahi) के बाजारों में ₹5 से लेकर ₹500 मूल्य तक की राखियां बाजारों में उपलब्ध है. सभी अपने अपने हिसाब से राखियां खरीद रहे हैं.

रंग बिरंगी राखियों से सजी दुकानें: रक्षाबंधन को लेकर राखियों (rakhi) का बाजार भी सज गया है बाजार में फैंसी राखियों के साथ ही समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए गोबर और धान की राखियों के साथ ही सराफा बाजार में सोने और चांदी की राखियां अलग-अलग डिजाइन, और वजन के हिसाब से सस्ती से लेकर महंगे दामों तक उपलब्ध है. इस बार बाजार में राम नाम लिखी राखी भी देखने को मिली जिसे भी काफी पसंद किया जा रहा है. वहीं फेसबुक में बने भाइयों के लिए भी फेसबुक भाई राखी उपलब्ध है.

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बाजार की रौनक से कारोबारी खुश: कोरोना काल के 2 साल बाद बाजार में नजर आ रही रौनक व्यापारियों के लिए भी राहत लेकर आई है. हालांकि 2 दिनों से रूक रूक कर हो रही बारिश ने बाजार पर जरूर असर डाला है. फिर भी भाई बहन राखियां और मिठाई खरीदने बाजार पहुंच रहे हैं. इस बार दुकानदारों को भी अच्छी ग्राहकी होने का अनुमान है. उन्हें लगता है कि "महंगाई जरूर है, पर फिर भी बिक्री ठीक ठाक होगी."


तरह तरह की मिठाइयों से सजी दुकानें: कोरोना काल के बाद बिना पाबंदी के मनाए जा रहे रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2022) के पर्व को लेकर लोग उत्साहित हैं. जिसकी वजह से मिठाई की दुकानदारों एवं हलवाईयों ने इस बार जमकर मिठाई बनाई है. पेंड्रा की बात करें तो यहां की खोवे की जलेबी काफी प्रसिद्ध है, पर इसके साथ मोतीचूर और मगज के लड्डू से लेकर सोने चांदी के वर्क की काजू बादाम की मिठाइयां भी बाजार में उपलब्ध है. बहनें अपने भाइयों के साथ उनकी पसंद की मिठाई लेने दुकानों में आ रही हैं. तो वहीं होटल व्यवसाई भी बाजार को लेकर काफी आशान्वित और उत्साहित हैं.

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