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बीजेपी से निष्कासन के बाद मंतूराम ने निकाली भड़ास, कहा- रमन ने ही उपलब्ध करवाया था पैसा

निष्कासन के बाद मंतूराम पवार के तेवर तीखे हो गए हैं और उन्होंने पूर्व सीएम रमन सिंह और छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी को आड़े हाथ लेते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.

भारतीय जनता पार्टी से निष्कासन के बाद मंतूराम पवार
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Published : Sep 11, 2019, 8:38 AM IST

Updated : Sep 11, 2019, 12:28 PM IST

बिलासपुर: अंतागढ़ टेपकांड के मुख्य आरोपी मंतूराम पवार को भाजपा ने पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अपने निष्कासन के बाद मंतूराम पवार के तेवर तीखे हो गए हैं और उन्होंने लगे हाथ पूर्व सीएम रमन सिंह और छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी को आड़े हाथ लेते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.

मंतूराम पवार
  • मंतूराम ने आरोप लगाया है कि रमन को एक दिन जेल जाना पड़ेगा. रमन सिंह ने ही ये पैसा उपलब्ध कराया है. उनके मंत्रिमंडल के सदस्य ने ही अपने घर में पैसा दिया है. ये भ्रष्टाचार का पैसा है.
  • मंतूराम ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता समाप्त करते हुए पार्टी से बाहर निकाल दिया है. हालांकि मंतूराम पवार के पास इस संबंध में अब तक कोई लिखित आदेश नहीं है.
  • मंतूराम यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि इस विषय को लेकर अब वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखेंगे और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके बेटे अभिषेक सिंह और अन्य बीजेपी नेताओं की कारगुजारी के बारे में उनसे शिकायत करेंगे.

दरअसल, हाल ही के दिनों में मंतूराम ने कोर्ट में धारा में 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह से विधायक की खरीद-फरोख्त के षड्यंत्र में उन्हें घसीटा गया. 7.5 करोड़ रुपए में मामले की डील की गई. हालांकि इन पैसों में से मंतूराम पवार को कितना मिला, ये अभी उन्होंने नहीं बताया हैं. कोर्ट में दिए अपने शपथ पत्र और बयान में मंतूराम पवार ने जरूर इसका उल्लेख किया है, लेकिन मीडिया के सामने ये सच बताने से बच रहे हैं. पवार ने यह साफ कर दिया कि विधायक खरीद-फरोख्त मामले में उन्हें फंसाया गया है. मंतूराम का आरोप है कि बीजेपी के तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अजीत जोगी और अमित जोगी के साथ मिलकर यह पूरा षड्यंत्र रचा था.

बिलासपुर: अंतागढ़ टेपकांड के मुख्य आरोपी मंतूराम पवार को भाजपा ने पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया है. अपने निष्कासन के बाद मंतूराम पवार के तेवर तीखे हो गए हैं और उन्होंने लगे हाथ पूर्व सीएम रमन सिंह और छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी को आड़े हाथ लेते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.

मंतूराम पवार
  • मंतूराम ने आरोप लगाया है कि रमन को एक दिन जेल जाना पड़ेगा. रमन सिंह ने ही ये पैसा उपलब्ध कराया है. उनके मंत्रिमंडल के सदस्य ने ही अपने घर में पैसा दिया है. ये भ्रष्टाचार का पैसा है.
  • मंतूराम ने कहा कि बीजेपी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता समाप्त करते हुए पार्टी से बाहर निकाल दिया है. हालांकि मंतूराम पवार के पास इस संबंध में अब तक कोई लिखित आदेश नहीं है.
  • मंतूराम यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि इस विषय को लेकर अब वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखेंगे और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके बेटे अभिषेक सिंह और अन्य बीजेपी नेताओं की कारगुजारी के बारे में उनसे शिकायत करेंगे.

दरअसल, हाल ही के दिनों में मंतूराम ने कोर्ट में धारा में 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह से विधायक की खरीद-फरोख्त के षड्यंत्र में उन्हें घसीटा गया. 7.5 करोड़ रुपए में मामले की डील की गई. हालांकि इन पैसों में से मंतूराम पवार को कितना मिला, ये अभी उन्होंने नहीं बताया हैं. कोर्ट में दिए अपने शपथ पत्र और बयान में मंतूराम पवार ने जरूर इसका उल्लेख किया है, लेकिन मीडिया के सामने ये सच बताने से बच रहे हैं. पवार ने यह साफ कर दिया कि विधायक खरीद-फरोख्त मामले में उन्हें फंसाया गया है. मंतूराम का आरोप है कि बीजेपी के तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अजीत जोगी और अमित जोगी के साथ मिलकर यह पूरा षड्यंत्र रचा था.

Intro: अंतागढ़ टेप कांड का मुख्य पात्र मंतूराम पवार को भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अपने निष्कासन के बाद मंतूराम पवार के तेवर तीखे हो गए हैं और उन्होंने लगे हाथ पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह और छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजित जोगी को आड़े हाथों लेते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। Body:मंतूराम पवार की मानें तो दोनों ही मुख्यमंत्रियों का पाप का घड़ा भर चुका है और जल्द ही उन्हें उनकी करनी की सजा मिलेगी। मंतूराम पवार ने यह सारा कुछ तब कहा जब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता समाप्त करते हुए बीजेपी ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया है। हालांकि मंतूराम पवार के पास इस संबंध में अब तक कोई लिखित आदेश नहीं है। फिर भी मंतूराम पवार यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि इस विषय को लेकर अब वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखेंगे । और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके बेटे अभिषेक सिंह और अन्य बीजेपी नेताओं की कारगुजारी के बारे में उनसे शिकायत करेंगे। Conclusion:दरअसल हाल ही के दिनों में मंतूराम पवार ने कोर्ट में धारा में 164 के तहत अपना बयान दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह से विधायक की खरीद-फरोख्त के षड्यंत्र में उन्हें घसीटा गया। उनकी बोली 7.5 करोड़ रुपए लगाई गई। हालांकि इन पैसों में से मंतूराम पवार को कितना मिला...? ये अभी उन्होंने नहीं बताया हैं । कोर्ट में दिए अपने शपथ पत्र और बयान में मंतूराम पवार ने जरूर इसका उल्लेख किया है। लेकिन मीडिया के सामने ये सच बताने से बच रहे हैं । वहीं जोगी परिवार पर भी उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि, जिस परिवार का एक सदस्य पहले ही जेल में हैं और दूसरे को जेल में डालने की नौबत सामने आ चुकी है,भला उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है। मंतूराम पवार ने यह साफ कर दिया कि विधायक खरीद-फरोख्त मामले में उन्हें फंसाया गया है। मंतूराम की माने तो, भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने अजीत जोगी और अमित जोगी के साथ मिलकर यह पूरा षड्यंत्र रचा था।
बाइट....मंतूराम पवार, बागी बीजेपी नेता, अन्तागढ़ टेपकाण्ड के मुख्य आरोपी
विशाल झा....बिलासपुर
Last Updated : Sep 11, 2019, 12:28 PM IST
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