बिलासपुर: पेंड्रा में सांप काटने से युवक की मौत का मामला सामने आया है. मामले में मृतक के परिजनों की लापरवाही का मामला भी सामने आया है. बताया जा रहा है कि मृतक के परिजन सर्पदंश के बाद पीड़ित को अस्पताल न लाकर झाड़-फूंक करा रहे थे. जिसके कारण काफी देर हो गयी और जबतक पीड़ित अस्पताल पहुंचता उसकी मौत हो चुकी थी.
डोंगरिया गांव में रहने वाले चैन सिंह गुरुवार शाम जमीन पर बिस्तर बिछाकर सो रहा था. इसी दौरान शुक्रवार सुबह करीब 5:00 बजे चैन सिंह को महसूस हुआ कि उसके हाथ में कुछ काटा है. जब उसने उठकर देखा तो सामने एक जहरीला सांप था, जो उसके कमरे में घूम रहा था. सांप काटने की जानकारी चैन सिंह ने घर में मौजूद सदस्यों को दी. इसके बाद परिजन चैन सिंह को अस्पताल ले जाने की बजाय उसे बैगा के पास झाड़-फूंक के लिए लेकर चले गए.
झाड़-फूंक के चक्कर में देर से पहुंचे अस्पताल
बैगा झाड़-फूंक और जड़ी बूटी से चैन सिंह का इलाज कर रहा था, लेकिन जब चैन सिंह की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो, परिजन चैन सिंह को लेकर गौरेला के एमसीएच अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही चैन सिंह की मौत हो गई.