बिलासपुर: धार्मिक नगरी रतनपुर रविवार को सती चौरा आठा बीसा तालाब के किनारे माघी पूर्णिमा और आदिवासी विकास मेले का आयोजन किया गया. मेले में आस्था और भक्ति के साथ ही उत्साह का माहौल है.
माघी पूर्णिमा और आदिवासी विकास मेला का धार्मिक नगरी रतनपुर में रविवार को बिलासपुर कोटा विधानसभा मे शुरुआत की गई. रविवार से इस मेले की शुरुआत हुई है, जो 7 दिनों तक रहेगा. वहीं इस मेले में आस्थावान लोगों ने पवित्र दुलहरा तालाब में पुण्य स्नान किया और देव दर्शन कर अपने दिन की शुरुआत की और पारंपरिक मेले का आनंद लिया. नगर के साथ आसपास के ग्रामीण अंचल के लोगों ने पवित्र दुलहरा तालाब में आस्था की डुबकी लगाई और साथ ही मंदिरों में दर्शन कर लोगों ने अपने दिन की शुरुआत की.
लोगों को लुभा रहे झूले, खिलौनों के स्टॉल
मेले में सुबह से ही आस्था का माहौल है, मेले में मौजूद उखरा, जलेबी, भजिया समेत पारंपरिक पकवनों के साथ ही खिलौनों के स्टाल हर वर्ग के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं. वहीं पारंपरिक गहनों के स्टॉल महिलाओं को लुभा रहे हैं. मेले में चरखी जैसे पारंपरिक झूले के साथ ही आधुनिक दौर का झूला हर उम्र के लिए खास बन रहा है.