बिलासपुर: जिले में कोरोना वायरस लगातार अपने पांव पसारता जा रहा है. इसे लेकर 22 सितंबर से बिलासपुर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. वहीं अब शहर के कलेक्टर सारांश मित्तर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि, ये कोई लॉकडाउन नहीं है, शहर के नगरीय निकाय और ज्यादातर क्षेत्रों के कंटेनमेंट जोन में होने की वजह से जिले में बंदी की जा रही है. इससे पहले उन्होंने व्यापारी, ट्रांसपोर्टर और अन्य संगठनों से भी चर्चा की है.
कलेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर में 1 ही दिन में 350 से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ रहे थे. इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए लगातार कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ती जा रही थी. ऐसे में कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ना बेहद आवश्यक हो गया था. यही वजह है कि 22 सितंबर से 28 सितंबर तक शहर में सामान्य गतिविधियों पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी. हालांकि इस बीच कुछ महत्वपूर्ण और अति आवश्यक सेवाओं को जारी रखने का निर्णय लिया गया है, जिसमें दवाई दुकान, डेयरी और पेट्रोल पंप जैसी सुविधाएं शामिल हैं.
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बाहर घूमने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
इस बीच अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं आवश्यक और अति आवश्यक काम से घरों से बाहर निकलने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. मसलन अगर कोई एक शहर से दूसरे शहर जा रहा है, उसके पास ट्रेन की टिकट है, तो उसे परेशान नहीं किया जाएगा. इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी और स्वास्थ्य सेवा में लगे लोग इस दौरान भी मूवमेंट कर पाएंगे.