बिलासपुर: सिविल लाइन थाना क्षेत्र में करोड़ों की जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करके बेचने का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. ये मामला शहर के रिंग रोड 2 का है.
सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया कि विनोबा नगर के रहने वाले बृजेश अग्रवाल, जिनकी रिंग रोड 2 में 8 हजार वर्गफीट जमीन है. वह एकमात्र जमीन के मालिक भी हैं. वर्तमान में जमीन की कीमत 5 करोड़ रुपए है. उन्होंने उक्त जमीन को 24 जनवरी 2008 को सरोज अग्रवाल, शारदा प्रसाद मिश्रा, राजेंद्र अग्रवाल और सूरज प्रसाद मिश्रा से खरीदा था. राजस्व अभिलेखों में भी अग्रवाल का नाम दुरुस्त किया जा चुका है. बृजेश की जमीन का फर्जी दस्तावेज बनाकर पूर्व जमीन मालिक होलाराम पेसवानी नामक व्यक्ति जो सिंधी कालोनी निवासी है, वो उक्त जमीन को बेच चुका था. उसने कूटरचना करते हुए अग्रवाल की बिना जानकारी के राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करा लिया. फिर उक्त भूमि में महेश कुमार अग्रवाल को खसरा नंबर 454/59 और 454/62 कुल 5 हजार वर्गफीट जमीन को बेच दिया है.
पढ़ें: कांकेर: सरपंच ने फर्जी तरीके से निकाली शासकीय राशि
16 जून को बेची थी जमीन
होलाराम ने अपने आम मुख्तियार अविनाश पेसवानी के जरिए छल पूर्वक फर्जी दस्तावेज तैयार कराए. अग्रवाल के स्वामित्व की जमीन को पंजीकृत विक्रय पत्र 16 जून 2020 को बेचा गया है. जिसपर पुलिस ने जमीन मालिक की रिपोर्ट पर होलाराम पेसवानी, अविनाश पेसवानी और अन्य 2 लोगों के खिलाफ धारा 420 के तहत जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
शिकायतकर्ता ने गिरवी रखी थी जमीन
बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता ने जमीन को पहले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में बंधक भी किया था. जिसकी पूरी बारीकी से पड़ताल करने के बाद बैंक ने शिकायतकर्ता बृजेश अग्रवाल को ही जमीन का स्वामी मानकर जमीन अपने पास बंधक रखी थी.