गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. तमाम विरोध के बीच कांग्रेस ने मरवाही में बीएमओ के पद पर पदस्थ डॉक्टर कृष्णकांत ध्रुव (केके ध्रुव) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
डॉ. कृष्णकांत ध्रुव मरवाही विकासखंड में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के रूप में पदस्थ थे. डॉ. कृष्णकांत ध्रुव बलौदाबाजार जिले के नटूवा गांव के रहने वाले हैं, जिनकी प्रारंभिक शिक्षा बालको (कोरबा) में हुई. इसके बाद जबलपुर के मेडिकल कॉलेज से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. इनके पिता स्व. देव सिंह एसईसीएल कोरबा में कर्मचारी थे. वहीं मां पीला बाई गृहणी थीं. केके ध्रुव के 3 बच्चे हैं, जिसमे मंझला बेटा मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. छोटा बेटा बीएससी सेकंड ईयर का छात्र है, वहीं बड़ी बेटी मरवाही ब्लॉक में ही शिक्षाकर्मी हैं. डॉ. ध्रुव सन 2001 से लगातार मरवाही में ही कार्यरत थे.
मरवाही उपचुनाव: तमाम विरोध के बाद भी डॉ केके ध्रुव बने कांग्रेस के प्रत्याशी
कार्यकर्ताओं में नाराजगी
मरवाही विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा से पहले ही सरपंच संघ ने मोर्चा खोल दिया था. आदिवासी नेताओं ने बगावत के बोल शुरू कर दिए थे. इनका कहना था कि मरवाही में कांग्रेस के प्रत्याशी बनाने के लिए जिन नामों को पैनल में भेजा गया था, उन नामों के लोग अगर नहीं आते हैं तो सरपंच संघ अपना अलग प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगा.
आदिवासी नेता को देना था टिकट
सरपंच संघ ने पार्टी पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने स्थानीय व्यक्ति की जगह पर किसी बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया है. पेंड्रा, गौरेला, मरवाही विकासखंडों के सभी सरपंचों और आदिवासी संगठनों का कहना है कि कांग्रेस को आदिवासी नेता को टिकट देना चाहिए न कि एक नौकरी पेशा व्यक्ति को. जो बाहर से आकर यहां नौकरी कर रहा है.