बिलासपुर: किसानों की उपज और उन्हें सही कृषि की जानकारी देने के लिए बिलासपुर में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कृषि समृद्धि मेले का उदघाटन कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने किया. मेले में पूरे राज्य के किसानों ने अपनी उपज की प्रदर्शनी लगाई. लेकिन इस मेले में सियासत भी देखने को मिली. एक ओर जहां कृषि मंत्री ने बघेल सरकार की तारीफ की और उसे किसान हितैषी सरकार बताया. तो दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बघेल सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. कौशिक ने बघेल सरकार पर किसानों की बोनस राशि में डंडी मारने का आरोप लगा दिया.
मेले से किसानों को होगा फायदा: तीन दिवासीय राज्य स्तरीय किसान मेले की शुरुआत बुधवार को संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में हुई. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने किसान मेले का शुभारंभ किया. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, अपेक्स बैंक के चेयरमैन, सांसद, विधायक, पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष सहित प्रदेशभर के हजारों किसान मेले में शामिल हुए. मेले के माध्यम से तीन दिनों तक किसानों को उन्नत कृषि, मछलीपालन, पशुपालन और उद्यानिकी के लिए जागरूक करने प्रदर्शनी और जागरूकता कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी. कृषि मंत्री ने इस दौरान उन्नत कृषकों और स्व सहायता समूहों को चेक का वितरण कर प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया. चौबे ने कहा कि, किसानों की समृद्धि से ही प्रदेश की समृद्धि है
बेमेतराः किसान मेला में शामिल हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे
सरकार की बिलासपुर संभाग पर नजर : पहली बार बिलासपुर में राज्य स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है. विशेषज्ञों की माने तो, आगामी चुनाव से पहले सरकार और कांग्रेस का फोकस बिलासपुर संभाग पर है. संभाग में कांग्रेस को मजबूत करने किसान मेले के लिए संभागीय मुख्यालय को चुना गया है. इसके जरिए कांग्रेस संभाग के किसानों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे का कहना है कि, बिलासपुर की धरती मेहनतकश किसानों की है. एग्रीकल्चर सेक्टर में यहां बेहतर किया जा सकता है. लिहाजा किसान मेले का आयोजन यहां किया गया है.
विपक्ष ने साधा निशाना: कृषि मंत्री ने कहा कि पहले के चुनाव की तुलना में आने वाले समय में बिलासपुर संभाग में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी और बेहतर परिणाम लेकर आएगी. इधर किसान मेले के बहाने विपक्ष को भी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि, प्रदेश के किसानों को सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल रहा है. सरकार ने किसानों के बोनस तक में डंडी मार दिया है. किसानों के समृद्धि के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है.