गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही विधानसभा उपचुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रत्याशी अमित जोगी का नामांकन रद्द होने के बाद रविवार को अमरकंटक में जेसीसीजे की एक बैठक आयोजित की गई थी, जहां आगामी मरवाही उपचुनाव में JCCJ की भूमिका पर चर्चा की गई. इसके मद्देनजर सोमवार 19 अक्टूबर को जोगी निवास में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया है. जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
इस प्रेसवार्ता पर सबकी नजर टिकी हुई है. दोपहर को होने वाली इस प्रेसवार्ता का सभी को इंतजार है.
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मरवाही के सियासी घमासान में जेसीसीजे को डबल झटका लगा है. अमित जोगी का जाति प्रमाण पत्र राज्य स्तरीय जांच समिति ने निरस्त कर दिया है. इसके बाद मरवाही विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में अमित जोगी का नामांकन भी रद्द हो गया है. अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी का नामांकन भी जिला निर्वाचन अधिकारी ने रद्द कर दिया है. इससे पहले मुंगेली जिला स्तरीय छानबीन समिति ने ऋचा जोगी का जाति प्रमाण पत्र निलंबित कर दिया था.
बघेल सरकार और निर्वाचन अधिकारी पर बरसे अमित जोगी
अमित जोगी ने नामांकन रद्द होने के बाद बघेल सरकार पर जमकर निशाना साधा. जोगी ने कहा कि देश विधि और संविधान से चलता है. बदलापुर और जोगेरिया से नहीं. वो सोचते हैं कि कुश्ती अकेले लड़ेंगे और खुद ही जीतेंगे. जनता को इतना बेबस और बेवकूफ नहीं समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर मेरा नामांकन खारिज कराना अजीत जोगी और मरवाही की जनता का अपमान है. अपनी पूरी ताकत झोंक देने के बाद बस यही वो हथकंडा था, जिससे मुख्यमंत्री चुनाव में दिख रही अपनी निश्चित पराजय को टाल सकते थे.
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नाराज जेसीसीजे कार्यकर्ताओं ने रायपुर में विरोध-प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार और सीएम बघेल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.