गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: मरवाही उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर होने के बावजूद दोनों पार्टी के नेताओं के बयानों में अभी भी जोगी का साया बना हुआ है. जहां कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि 20 सालों से भाजपा और जोगी परिवार की सांठगांठ बनी हुई है. वहीं भाजपा जोगी परिवार के चुनाव से बाहर होने को लेकर सरकार पर लगातार कटाक्ष कर रही है.
मरवाही उपचुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा की पकड़ मजबूत करने के लिए बुधवार को नेता विपक्ष धरमलाल कौशिक मरवाही पहुंचे. जहां उन्होंने जोगीसार और भदौरा में एक जनसभा को भी संबोधित किया. जनसभा में धरमलाल कौशिक ने मोदी सरकार के कार्यों का ब्यौरा देते हुए बीजेपी के पक्ष में वोट करने की मांग की. इस दौरान धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस और जोगी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर जोगी परिवार को लड़ने से किसने रोका, किसको जोगी परिवार से डर है ये सब जानते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा से कहती आई है कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन अगर कोई डर से स्क्रूटनी के दौरान फार्म ही उड़ा दे, यह उचित नहीं है.
मंत्री जयसिंह अग्रवाल का बीजेपी पर निशाना
इधर, छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री और गौरेला पेंड्रा मरवाही के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर बीजेपी का प्रत्याशी मैदान में है तो जोगी परिवार के नामांकन रद्द होने से उन्हें क्यों पीड़ा हो रही है. जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि, एक तरफ तो बीजेपी दावा कर रही है कि जोगी परिवार के मैदान में नहीं होने से उसे फायदा होगा, लेकिन दूसरी तरफ सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.
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प्रभारी मंत्री ने बीजेपी और जोगी कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा और जोगी जी के लोग मिले हुए थे. जोगी जी भाजपा से सेटिंग कर प्रत्याशी लेते थे और अभी स्थिति यह है कि उनके न होने पर भाजपा पूरी तरह से से असमर्थ हो चुकी है. 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी अर्चना पोर्ते का उदाहरण देते हुए जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि अर्चना पोर्ते इसलिए कांग्रेस ज्वाइन कर ली हैं, क्योंकि 2018 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें किसी प्रकार का सहयोग नहीं दिया था.