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गौरेला पेंड्रा में घायल अवस्था में मिला भालू, जांच में जुटा वन विभाग

Pendra Forest Range पेंड्रा वन परिक्षेत्र में एक भालू घायल अवस्था में मिला. ग्रामीणों ने सूचना वन अमले को दी. जिसके बाद वन अमला मौके पर पहुंचा और उसने भालू का रेस्क्यू किया.serious injury in bear genitals

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Published : Nov 18, 2022, 5:08 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 6:36 PM IST

Bear found injured under suspicious circumstances
संदिग्ध परिस्थितियों में घायल मिला भालू

पेंड्रा: जिले के पेंड्रा वन परिक्षेत्र में एक भालू घायल अवस्था में मिला है. ग्रामीणों की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा. जिसने भालू को रेस्क्यू कर प्राथमिक उपचार के लिए कानन पेंडारी भेजा दिया. वहीं स्थानीय ग्रामीण मामले में भालू को नशीला पदार्थ खिलाकर गुप्तांग को काटे जाने की आशंका जाहिर कर रहे हैं. फिलहाल वन विभाग मामले में चुप्पी साधे हुए है.


ग्रामीण ने वन अधिकरियों को दी सूचना: पूरा मामला बीयर लैंड के नाम से विख्यात मरवाही वन मंडल के पेंड्रा वन परिक्षेत्र के पिपलामार गांव का है. जहां पर स्थित सागौन प्लांट में जब गांव के कुछ ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने के लिए लेकर गए हुए थे. तभी उनकी नजर एक नर भालू पर पड़ी. भालू तेज तेज से आवाज निकाल रहा था और उसके आसपास खून निकलने के काफी निशान थे. ग्रामीणों ने मामले की जानकारी तत्काल गांव के लोगों के साथ वन विभाग के अधिकरियों को दी.

यह भी पढ़ें: Ch'garh: Villagers in Narayanpur area oppose PESA Act; hold protests

खबर मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची: भालू चल भी नहीं पा रहा था. उसकी हालत बेहद गंभीर थी. मरवाही DFO सत्यदेव शर्मा भी मौके पर पहुंचे और भालू के रेस्क्यू के लिए कानन पेंडारी बिलासपुर से भी टीम बुलाई गई. वन विभाग की टीम ग्रामीणों को भालू के पास जाने से रोक दिया. बाद में कानन पेंडारी के डॉक्टर पी के चंदन के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. पहले भालू को ट्रेंक्यूलाइज किया गया, फिर उसे प्राथमिक उपचार दिया गया.फिर मरवाही के गगनई स्थित फारेस्ट रेस्ट हाउस में भालू को रखा गया. उसके बाद भालू को बिलासपुर जिले के कानन पेंडारी ले जाया गया है.

स्थानीय ग्रामीणों ने मामले को बताया संदिग्ध: स्थानीय ग्रामीणों की माने तो वे जब भालू के नजदीक गए और देखा तो ये पूरा मामला संदिग्ध दिखाई दिया. क्योंकि भालू के गुप्तांग से खून निकल रहा था और भालू दर्द से कराह रहा था. ग्रामीणों का मानना है कि भालू को किसी ने पहले कोई नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश दिया गया होगा. फिर जब वो बेहोश हो गया तो उसका गुप्तांग काट दिया. वहीं दबी जुबान से कुछ ग्रामीणों ने आसपास के कुछ लोगों पर मर्दानी शक्ति के लिए भालु के गुप्तांग का उपयोग किये जाने का संदेह जता रहे हैं.

वन अधिकरियों ने जानकारी देने से किया इनकार: मामले में जब वन अधिकरियो से जानकारी मांगी गई तब किसी भी जवाबदार ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

पेंड्रा: जिले के पेंड्रा वन परिक्षेत्र में एक भालू घायल अवस्था में मिला है. ग्रामीणों की सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा. जिसने भालू को रेस्क्यू कर प्राथमिक उपचार के लिए कानन पेंडारी भेजा दिया. वहीं स्थानीय ग्रामीण मामले में भालू को नशीला पदार्थ खिलाकर गुप्तांग को काटे जाने की आशंका जाहिर कर रहे हैं. फिलहाल वन विभाग मामले में चुप्पी साधे हुए है.


ग्रामीण ने वन अधिकरियों को दी सूचना: पूरा मामला बीयर लैंड के नाम से विख्यात मरवाही वन मंडल के पेंड्रा वन परिक्षेत्र के पिपलामार गांव का है. जहां पर स्थित सागौन प्लांट में जब गांव के कुछ ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने के लिए लेकर गए हुए थे. तभी उनकी नजर एक नर भालू पर पड़ी. भालू तेज तेज से आवाज निकाल रहा था और उसके आसपास खून निकलने के काफी निशान थे. ग्रामीणों ने मामले की जानकारी तत्काल गांव के लोगों के साथ वन विभाग के अधिकरियों को दी.

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खबर मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची: भालू चल भी नहीं पा रहा था. उसकी हालत बेहद गंभीर थी. मरवाही DFO सत्यदेव शर्मा भी मौके पर पहुंचे और भालू के रेस्क्यू के लिए कानन पेंडारी बिलासपुर से भी टीम बुलाई गई. वन विभाग की टीम ग्रामीणों को भालू के पास जाने से रोक दिया. बाद में कानन पेंडारी के डॉक्टर पी के चंदन के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. पहले भालू को ट्रेंक्यूलाइज किया गया, फिर उसे प्राथमिक उपचार दिया गया.फिर मरवाही के गगनई स्थित फारेस्ट रेस्ट हाउस में भालू को रखा गया. उसके बाद भालू को बिलासपुर जिले के कानन पेंडारी ले जाया गया है.

स्थानीय ग्रामीणों ने मामले को बताया संदिग्ध: स्थानीय ग्रामीणों की माने तो वे जब भालू के नजदीक गए और देखा तो ये पूरा मामला संदिग्ध दिखाई दिया. क्योंकि भालू के गुप्तांग से खून निकल रहा था और भालू दर्द से कराह रहा था. ग्रामीणों का मानना है कि भालू को किसी ने पहले कोई नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश दिया गया होगा. फिर जब वो बेहोश हो गया तो उसका गुप्तांग काट दिया. वहीं दबी जुबान से कुछ ग्रामीणों ने आसपास के कुछ लोगों पर मर्दानी शक्ति के लिए भालु के गुप्तांग का उपयोग किये जाने का संदेह जता रहे हैं.

वन अधिकरियों ने जानकारी देने से किया इनकार: मामले में जब वन अधिकरियो से जानकारी मांगी गई तब किसी भी जवाबदार ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

Last Updated : Nov 18, 2022, 6:36 PM IST
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