बिलासपुर: ग्रामीण क्षेत्र में रतनजोत के बीज खाने से 6 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी. बच्चों की बिगड़ती हालात को देखते हुए इन्हें तत्काल सिम्स अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. जहां उनकी हलात में सुधार हुआ है.
पढ़ें: दंत रोग के फंड के लिए जांच समिति गठित, एक महीने में आएगी रिपोर्ट
दरसअल प्रदेश में बीजेपी शासनकाल में सरकार ने बॉयोडीजल बनाने के लिए रतनजोत के पौधे लगवाए थे. लेकिन अधिकारियों ने इस योजना को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी बायोडीजल तो बना नहीं. आलम यह है कि देखरेख की अभाव के चलते अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे रतनजोत के फल को मुंगफली समझकर खा जाते हैं.