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जब बिलासपुर IG ने शेयर किया शिक्षक से IPS बनने तक का सफर

बिलासपुर प्रेस क्लब में आयोजित 'हमर पहुना' कार्यक्रम में आईजी रतनलाल डांगी शामिल हुए. आईजी रतनलाल ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. उन्होंने सबसे पहले एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की थी. फिर तहसीलदार और फिर बाद में एक आईपीएस ऑफिसर होने तक का सफर तय किया.

IG Ratanlal Dangi
आईजी रतनलाल डांगी
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Published : Mar 2, 2021, 4:38 PM IST

Updated : Mar 2, 2021, 6:27 PM IST

बिलासपुर: प्रेस क्लब की ओर से आयोजित 'हमर पहुना' कार्यक्रम में आईजी रतनलाल डांगी शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान आईजी ने पत्रकारों को अपने निजी जीवन के बारे में कई बातें बताई. उन्होंने जीवन के कई खट्टे-मीठे यादों को पत्रकारों से साझा किया. जीवन में संघर्ष के दिनों को भी याद किया.

आईजी रतनलाल डांगी

आईजी रतनलाल ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. उन्होंने सबसे पहले एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की थी. फिर तहसीलदार और फिर बाद में एक आईपीएस ऑफिसर होने तक का सफर तय किया. उन्होंने जीवन में लक्ष्यों को आधार बनाया . निरंतर आगे बढ़ते चले गए. पुलिसिंग के दौरान उन्होंने कई चुनौतियों का सामना भी किया. चुनौतियों को उन्होंने एक चैलेंज के रूप में लिया और आईजी तक का मुकाम पूरा किया.

दंतेवाड़ा: सरेंडर महिला नक्सली सुसाइड केस की CBI जांच की मांग

फिटनेस अभियान पर बोले आईजी

रतनलाल डांगी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ना सिर्फ पुलिस को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए बल्कि आम आदमी को भी जागरूक होने की जरूरत है. लोग बेहतर पुलिसिंग को लेकर सहयोग भी कर सकते हैं. बिलासपुर आईजी ने अपने फिटनेस अभियान को बहुत ही सकारात्मक बताया. उन्होंने कहा कि फिटनेस को लेकर उन्हें काफी सराहना मिल रही है. युवा भी इस ओर काफी प्रेरित होकर बेहतर काम कर रहे हैं.

टारगेट ओरिएंटेड बनें युवा: आईजी रतनलाल

आईजी ने बताया कि कोरोना काल ने पुलिस के प्रति बनी नकारात्मक छवि को ध्वस्त किया है. सबने पुलिस की उस छवि को देखा और सराहा है. पुलिस कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर परोपकार के काम किए हैं. यूथ आइकॉन बन चुके आईजी डांगी ने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य से तस से मस नहीं होना चाहिए. हमें हमारे लक्ष्य के बीच आ रहे तमाम बाधाओं को समझकर सिर्फ और सिर्फ टारगेट ओरिएंटेड होना चाहिए.

बिलासपुर: प्रेस क्लब की ओर से आयोजित 'हमर पहुना' कार्यक्रम में आईजी रतनलाल डांगी शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान आईजी ने पत्रकारों को अपने निजी जीवन के बारे में कई बातें बताई. उन्होंने जीवन के कई खट्टे-मीठे यादों को पत्रकारों से साझा किया. जीवन में संघर्ष के दिनों को भी याद किया.

आईजी रतनलाल डांगी

आईजी रतनलाल ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. उन्होंने सबसे पहले एक शिक्षक के रूप में शुरुआत की थी. फिर तहसीलदार और फिर बाद में एक आईपीएस ऑफिसर होने तक का सफर तय किया. उन्होंने जीवन में लक्ष्यों को आधार बनाया . निरंतर आगे बढ़ते चले गए. पुलिसिंग के दौरान उन्होंने कई चुनौतियों का सामना भी किया. चुनौतियों को उन्होंने एक चैलेंज के रूप में लिया और आईजी तक का मुकाम पूरा किया.

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फिटनेस अभियान पर बोले आईजी

रतनलाल डांगी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ना सिर्फ पुलिस को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए बल्कि आम आदमी को भी जागरूक होने की जरूरत है. लोग बेहतर पुलिसिंग को लेकर सहयोग भी कर सकते हैं. बिलासपुर आईजी ने अपने फिटनेस अभियान को बहुत ही सकारात्मक बताया. उन्होंने कहा कि फिटनेस को लेकर उन्हें काफी सराहना मिल रही है. युवा भी इस ओर काफी प्रेरित होकर बेहतर काम कर रहे हैं.

टारगेट ओरिएंटेड बनें युवा: आईजी रतनलाल

आईजी ने बताया कि कोरोना काल ने पुलिस के प्रति बनी नकारात्मक छवि को ध्वस्त किया है. सबने पुलिस की उस छवि को देखा और सराहा है. पुलिस कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर परोपकार के काम किए हैं. यूथ आइकॉन बन चुके आईजी डांगी ने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य से तस से मस नहीं होना चाहिए. हमें हमारे लक्ष्य के बीच आ रहे तमाम बाधाओं को समझकर सिर्फ और सिर्फ टारगेट ओरिएंटेड होना चाहिए.

Last Updated : Mar 2, 2021, 6:27 PM IST
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